Himachal: अब किसान खुद करेंगे गेहूं का बीज तैयार, आत्मनिर्भर बनेगा हिमाचल
punjabkesari.in Friday, Jan 17, 2025 - 11:08 AM (IST)
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश में किसानों के लिए एक नई पहल शुरू की गई है, जिससे वे खुद गेहूं का बीज उगाकर कृषि विभाग को बेच सकेंगे। जो किसानों की आय बढ़ाने और राज्य में बीज के उत्पादन में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू किया गया है। इस कार्यक्रम के तहत किसानों को पंजीकरण करना होगा और फिर कृषि विभाग उन्हें उच्च गुणवत्ता का बीज मुहैया कराएगा। इसके बाद जब किसान अपनी फसल तैयार करेंगे, तो विभाग की ओर से क्वालिटी बीज को अच्छे दामों पर खरीदा जाएगा। इससे किसानों की भी अच्छी कमाई होगी।
इस कार्यक्रम से किसानों को पहले से अधिक लाभ मिलेगा, जानकारी के अनुसार जब किसानों की गेहूं की फसल तैयार होती है तो उन्हें मंडियों में प्रति क्विंटल गेहूं का दाम दो हजार रुपये तक ही मिलता है, लेकिन बीज उत्पादन कार्यक्रम के तहत किसानों को गेहूं का दाम 2500 रुपये से अधिक मिलेगा। प्रदेश में पिछले साल विभाग ने पंजीकृत किसानों से 17 हजार क्विंटल गेहूं का बीज खरीदा था। बीज उत्पादन कार्यक्रम के तहत किसानों को बीज उत्पादन के लिए जरूरी जानकारी दी जाती है। जरूरी तकनीकों का भी प्रशिक्षण दिया जाता है।
इसके अलावा, इस कार्यक्रम का एक बड़ा लाभ यह है कि इससे राज्य में बीज के उत्पादन में आत्मनिर्भरता बढ़ेगी। पहले हिमाचल प्रदेश को बीज के लिए अन्य राज्यों पर निर्भर रहना पड़ता था, लेकिन अब प्रदेश में ही किसानों द्वारा अच्छा बीज तैयार किया जाएगा।
डॉ. राहुल कटोच, संयुक्त कृषि निदेशक, कृषि विभाग नॉर्थ जोन ने बताया कि प्रदेश में सरकार की ओर से बीज उत्पादन कार्यक्रम शुरू किया गया है। इसमें किसानों का पंजीकरण किया जा रहा है। कार्यक्रम के तहत किसान खुद गेहूं का बीज तैयार करेंगे और इसे कृषि विभाग अच्छे दामों पर खरीदेगा। पिछले वर्ष विभाग ने 17 हजार क्विंटल के करीब बीज प्रदेश में तैयार करवाया है, जिसके लिए विभाग ने किसानों को पंजीकृत किया है।