मचा हाहाकार: भूस्खलन से दहला नोनू गांव.. 3 घर बहे, सेब के बगीचे भी तबाह

punjabkesari.in Monday, Aug 04, 2025 - 11:06 AM (IST)

हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के निरमंड खंड के तहत कुशवा पंचायत के नोनू गांव में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। इस प्राकृतिक आपदा ने ग्रामीणों के जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। रात करीब 3 बजे हुई इस घटना के कारण भूस्खलन हुआ, जिसकी चपेट में आने से तीन घर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। ये घर चरणदास, सुरजीत और राजीव कुमार के थे। हालांकि, राहत की बात यह है कि इस घटना में किसी भी तरह के जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है।

भूस्खलन के कारण सिर्फ घरों को ही नहीं, बल्कि कृषि को भी भारी क्षति पहुंची है। राजीव कुमार के सेब के बगीचे में लगे 3,540 फलदार पेड़ भी नष्ट हो गए हैं। यह किसानों के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि सेब की फसल उनकी आजीविका का मुख्य स्रोत है।

घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन तुरंत हरकत में आ गया। एसडीएम निरमंड मनमोहन ने बताया कि राजस्व की एक टीम को तत्काल मौके पर भेजा गया है ताकि नुकसान का आकलन किया जा सके और प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान की जा सके। यह टीम प्रभावितों के लिए राहत और पुनर्वास कार्यों में जुट गई है।

उधर, राज्य में लगातार हो रही भारी बारिश ने स्थिति को और भी गंभीर बना दिया है। मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट के कारण मनाली उपमंडल के सभी शिक्षण संस्थानों में आज अवकाश घोषित कर दिया गया है। लोगों को घरों से बाहर न निकलने की सलाह दी गई है।

राज्यभर में बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। सोमवार सुबह 10 बजे तक, एक नेशनल हाईवे सहित कुल 310 सड़कें बाधित हो गई हैं। इससे यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। सबसे ज्यादा असर मंडी जिले में देखा गया है, जहां 171 सड़कें बंद हैं। इसके अलावा, 113 बिजली ट्रांसफार्मर और 236 जल आपूर्ति योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं, जिससे बिजली और पानी की समस्या उत्पन्न हो गई है। चंबा और कांगड़ा जिले में भी क्रमशः 88 और 60 जल आपूर्ति योजनाएं ठप हैं।

सरकार और प्रशासन मिलकर इस संकट से निपटने का प्रयास कर रहे हैं। प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य जारी हैं और जल्द से जल्द स्थिति को सामान्य करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।ो


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Content Editor

Jyoti M

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