सरकार ने लिया फैसला, प्राकृतिक आपदा में हैम रेडियो से मजबूत होगा संचार नैटवर्क

punjabkesari.in Sunday, Nov 19, 2023 - 10:17 PM (IST)

शिमला (कुलदीप): मानसून में आई प्राकृतिक आपदा से सबक लेते हुए राज्य सरकार ने प्रतिकूल हालात में संचार नैटवर्क को सुदृढ़ करने के लिए ‘हैम रेडियो’ के विकल्प पर काम करने का निर्णय लिया है। यह एक ऐसा संचार नैटवर्क होगा, जो प्रतिकूल हालात में वायरलैस सिस्टम की तरह काम करेगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इसके लिए अधिकारियों को विकल्प तलाशने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए अधिकारियों के अलावा स्वयंसेवकों व गैर-सरकारी संगठनों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इसमें काम करने वालों को हैम उपकरणों के लिए 60 हजार रुपए का उपदान दिया जाएगा। 

प्राकृतिक आपदा के लिहाज से अति संवेदनशील क्षेत्रों में शामिल है हिमाचल 
उल्लेखनीय है कि प्राकृतिक आपदा के लिहाज से हिमाचल प्रदेश अति संवेदनशील क्षेत्रों में शामिल है। ऐसे में यदि भूकंप, बाढ़ अथवा भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाएं आती हैं, तो संचार प्रणाली प्रभावित होने की स्थिति में हैम रेडियो का विकल्प मददगार साबित हो सकता है। इस नैटवर्क से उन दुर्गम क्षेत्रों में मदद मिलेगी, जो ब्लैकआऊट जोन में आते हैं। प्रदेश सरकार की तरफ से राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के तहत इसे लेकर योजना तैयार की गई है। इसके तहत प्राधिकरण की तरफ से शौकिया (हैम) और सामुदायिक रेडियो के माध्यम से आपात स्थिति और आपदाओं के लिए संचार के वैकल्पिक साधनों को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके लिए इच्छुक व्यक्ति ऑनलाइन लिंक पर आवेदन फार्म डाऊनलोड करने के उपरांत इसे भरकर अपने नजदीकी जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण अथवा राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के कार्यालय में जमा कर सकते हैं। इसके लिए ट्रेनिंग एवं कैपेसिटी बिल्डिंग समन्वयक, डीएम-सेल, राजस्व विभाग से भी संपर्क किया जा सकता है। 

हैम ऑप्रेटरों के लिए परीक्षा का होगा आयोजन
हैम ऑप्रेटरों के लिए राज्य में परीक्षा आयोजित की जाएगी तथा नि:शुल्क पंजीकरण तथा लाइसैंसिंग सहायता प्रदान की जाएगी। लाइसैंस परीक्षा में उत्तीर्ण सभी व्यक्तियों को बुनियादी हैम उपकरणों की लागत में 60 हजार रुपए तक की सबसिडी प्रदान की जाएगी। हैम रेडियो को बढ़ावा देने के लिए राज्य में शिक्षा संस्थानों में हैम रेडियो क्लब की स्थापना की जाएगी।

आपदा में कारगर होगी तकनीक : सुक्खू
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का कहना है कि आपदा में यह तकनीक कारगर होगी। एमेच्योर रेडियो के माध्यम से एक वायरलैस संचार नैटवर्क, संचार के सबसे प्रभावी और वैकल्पिक माध्यमों में से एक है। प्रशिक्षित रेडियो ऑप्रेटर के कौशल का उपयोग जरूरत और आपात स्थिति के समय सार्वजनिक सेवा के लिए किया जा सकता है।
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Content Writer

Vijay

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