स्मृति शेष : बसों में मोबाइल नंबर लिखवाने वाले प्रदेश के पहले मंत्री थे जीएस बाली

punjabkesari.in Saturday, Oct 30, 2021 - 11:44 PM (IST)

धर्मशाला (ब्यूरो): पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जीएस बाली के आकस्मिक निधन से कांग्रेस पार्टी को भी झटका लगा है। अपने बेबाक अंदाज के लिए प्रसिद्ध जी.एस. बाली वीरभद्र सरकार में बहुत ही चुस्त मंत्री रहे। परिवहन मंत्री रहते बसों में अपना मोबाइल नंबर लिखवाने वाले बाली पहले मंत्री थे। इतना ही नहीं, वह आधी रात को भी लोगों का फोन उठाते थे और उनकी समस्याओं का समाधान करवाते थे। कुछेक मामलों में तो वह स्वयं ही रात को मौके पर पहुंच गए और यात्रियों की समस्याओं का समाधान किया। इतना ही नहीं वह हंसमुख थे और विभागीय काम करवाने में पीछे नहीं रहते थे। प्रदेश में अपनी ही सरकार के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से भी कई बार उनकी तनातनी रही।

अपनी बात मनवाने के लिए कई बार कैबिनेट की बैठकों में मुख्यमंत्री से भिड़े

जनहित व युवाओं से जुड़े मुद्दों को लेकर वह अपनी बात मनवाने के लिए कई बार कैबिनेट की बैठकों में मुख्यमंत्री से भिड़ जाते थे। हालांकि उनके वीरभद्र से संबंध हमेशा खट्टे-मीठे रहे। वीरभद्र सिंह के बाद की सैकेंड लाइन में बाली कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री पद पाने के लिए भी रेस में रह चुके हैं। वीरभद्र सरकार में उनके पास परिवहन और खाद्य आपूर्ति जैसे महकमे रहे। उन्होंने इन विभागों में कई महत्वपूर्ण कार्य किए। बतौर परिवहन मंत्री कंडक्टर भर्ती के विवाद का भी उन्होंने सामना किया। जीएस बाली की अफसरशाही पर बहुत मजबूत पकड़ थी। इतना ही नहीं, उन्होंने नगरोटा के चंगर क्षेत्रों तक विकास को पहुंचाया था। नगरोटा में बस डिपो व वर्कशॉप के अलावा महत्वपूर्ण इंजीनियरिंग काॅलेज को शुरू करने का श्रेय भी जीएस बाली को ही जाता है। कैबिनेट में रहते हुए उन्होंने अपने विभागों में भी  युवाओं को नौकरियां दिलवाने को भी भरसक प्रयास किए थे। 

युवाओं को बेरोजगारी भत्ता करवाया था शुरू

जीएस बाली ने ही प्रदेश के बेरोजगार युवाओं को भत्ता दिलवाने की पैरवी की थी। इसके लिए उन्होंने प्रदेशभर में रैलियां भी निकाली थीं। युवाओं को कौशल प्रशिक्षण के लिए बेरोजगारी भत्ता दिलवाने के लिए अपनी सरकार को घेर लिया था। उनकी अडिग मांग के चलते ही युवाओं को भत्ता मिलना आरंभ हुआ था।

जब कृपाल परमार ने बाली के लिए छोड़ी थी कुर्सी

बात 2003 के चुनावों से पहले की है, जब मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल धर्मशाला सर्किट हाऊस में मंडल मिलन कार्यक्रम के तहत नगरोटा बगवां क्षेत्र के लोगों की समस्याएं सुन रहे थे तो नगरोटा बगवां के विधायक होने के नाते बाली वहां पहुंचे लेकिन मुख्यमंत्री के साथ भाजपा विधायक, मंत्री बैठे होने के कारण कोई कुर्सी खाली नहीं थी। मुख्यमंत्री की बगल में बैठे कृपाल परमार एकदम उठकर बाहर चले गए और बाली को कहा कि आप बैठो।

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Content Writer

Vijay

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