शिमला-सोलन रूट पर बस दौड़ाती नजर आएगी हिमाचल की पहली महिला चालक

punjabkesari.in Saturday, Aug 18, 2018 - 09:51 PM (IST)

शिमला: प्रदेश की पहली एच.आर.टी.सी. महिला चालक सीमा ठाकुर को अब निगम प्रबंधन ने शिमला से सोलन रूट पर बस चलाने का मौका दिया है। कोर्ट काम्पलैक्स चक्कर के बाद अब सीमा ठाकुर शिमला से सोलन रूट पर बिना किसी हिचकिचाहट के बस का संचालन कर रही है। लंबे समय के बाद सीमा ठाकुर को अब जे.एन.एन.यू.आर.एम. सहित टाटा की बड़ी बस चलाने का मौका मिला है। पहली बार सीमा ठाकुर को निगम प्रबंधन ने 38 से 42 सीटर बस चलाने का मौका दिया है। इससे पहले पुराने बस अड्डे से कोर्ट काम्पलैक्स के लिए वह 32 सीटर बस का सफल संचालन कर चुकी है।

लंबे अरसे से कर रही थी बस चलाने की मांग
बता दें कि सीमा लंबे अरसे से एच.आर.टी.सी. प्रबंधन से बस चलाने की मांग कर रही थी। सीमा का कहना था कि उसने बस चलाने के लिए बाकायदा टैस्ट दिया था और उसके पास हैवी लाइसैंस है, ऐसे मेंं उसे बस चलाने को दी जाए। निगम प्रबंधन ने इस मांग को पूरा करते हुए उसे 32 सीटर बस चलाने का मौका दिया था। इसके बाद अब सीमा को सोलन से शिमला रूट पर बस चलाने का मौका दिया गया है।

वोल्वो बस चलाना है बड़ा सपना
सीमा ने बस चलाने के लिए कई बार निगम प्रबंधन को पत्र लिखे थे, जिसके बाद अब उसे बड़ी बस चलाने को दी गई है। हालांकि सीमा ठाकुर वोल्वो बस चलाना चाहती है और इसके लिए भी उसने निगम प्रबंधन व परिवहन मंत्री को पत्र लिखा है लेकिन अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए सीमा ठाकुर को और भी कठिन परीक्षा से गुजरना होगा। वह अपने लक्ष्य से एक कदम दूर है और वह वोल्वो बस चलाना चाहती है और जल्द ही वह इस सपने को भी पूरा करेगी।

2 वर्ष पहले पास किया था ड्राइविंग टैस्ट
2 वर्ष पहले सीमा ठाकुर ने एच.आर.टी.सी. मेें बस ड्राइवर की परीक्षा व ड्राइविंग टैस्ट पास किया था। इसके बाद उसे बस न देकर टैक्सी दी गई। दो वर्षों तक लगातार गाड़ी चलाने के बाद उसे 32 सीटर बस चलाने को दी गई। इसके बाद सीमा को 38 सीटर से अधिक बस चलाने का मौका दिया गया है।

पिता का सपना किया पूरा
सीमा ने बस चलाकर अपने स्वर्गीय पिता बलीराम ठाकुर का भी सपना पूरा किया है। सीमा के पिता भी हिमाचल पथ परिवहन निगम में बस चालक रहे हैं। उनका सपना था कि उनकी बेटी कुछ अलग करके दिखाए। इस पर सीमा ने फैसला लिया कि वह भी सरकारी बस चलाएगी और बेटियों को अपनी राह स्वयं बनाने के लिए प्रेरित करेगी। जिला सोलन के अर्की की रहने वाली सीमा ठाकुर ने बस व गाड़ी चलाना अपने पापा से ही सीखा और हैवी लाइसैंस भी बनवाया। इसके बाद एच.आर.टी.सी. में बस ड्राइवर बनने के लिए आवेदन किया, जिसमें उसने सफलता हासिल कर नौकरी पाई।


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Vijay

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