हिमाचल में नए जिलों के गठन की कवायद मात्र राजनीतिक शगूफा : सुदर्शन शर्मा

punjabkesari.in Thursday, Nov 25, 2021 - 02:51 PM (IST)

नूरपुर (संजीव महाजन) : नूरपुर में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता सुदर्शन शर्मा ने नए जिलों के गठन पर मात्र चुनावी पैंतरा कह कर भाजपा सरकार के ऊपर आम जनमानस को भ्रमित करने का राजनीतिक शगूफा बताया। सुदर्शन शर्मा ने करीब 20 वर्षो से चलती आ रही भाजपा की इस चाल को मात्र चुनावी रंग देकर वोट बटोरने का प्रयास बताया। उन्होंने कहा कि लेकिन अब जनता प्रदेश में तीन प्रस्तावित जिलों का गठन धरातल पर देखना चाहती है। 

प्रदेश प्रवक्ता ने बताया कि जब जब भी चुनावी माहौल का दौर बनता है तो भाजपा सरकार के नेता जिलों के गठन का जिन्न लेकर जनता के दरबार में पहुंच जाते है। लेकिन जब चुनाव खत्म हो जाते है तो उसी जिन्न को फिर से उसी बोतल में बंद करके अगले चुनावो तक धुन्द की दुनिया में रख दिया जाता है। सुदर्शन ने कहा कि जिला स्तर का यदि इन्फ्रास्ट्रक्चर ही यदि तैयार कर दिया जाए और जिला बनाने के लिए स्थानों को चिन्हित भी कर दिया होता तो भी गनीमत होती। लेकिन धरातल पर मात्र आश्वासन ही नजर आते है। क्योंकि जिला उपायुक्त कार्यालय के लिए तमाम शीर्ष अधिकारियों के कार्यालयों की व्यवस्था के लिए तामजाम का होना अति आवश्यक है। जिसके लिए पूर्व की भाजपा सरकार के नुमाइंदों ने जिला गठन की कवायद को मात्र अखबारी सुर्खियों तक ही सीमित रखा। यदि यह जिलों का गठन भाजपा सरकार कर देती है तो यह आम जन मानस के लिए खुशी की बात है। लेकिन देश में होने जा रही देशव्यापी जनगणना की अवधि 31 दिसंबर 2021 तक है। उसके उपरांत एक वर्ष तक जनगणना के दौरान किसी भी प्रकार की जिलों के गठन की अधिसूचना करना सरकार के लिए असम्भव है। यदि मौजूदा सरकार नए तीन जिलों के गठन की अधिसूचना 31 दिसम्बर 2021 तक कर देती है तो ठीक है अन्यथा एक वर्ष तक जनगणना के दौरान किसी भी प्रकार की अधिसूचना नहीं होगी।
 


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prashant sharma

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