भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरी 56 करोड़ की निर्माणाधीन पेयजल योजना

punjabkesari.in Saturday, Jun 26, 2021 - 10:33 PM (IST)

सलूणी (शक्ति): जल शक्ति मंडल सलूणी के अधीन 56 करोड़ रुपए की लागत से उपमंडल की 22 पंचायतों के लोगों की प्यास बुझाने के लिए बन रही पेयजल योजना भ्रष्टाचार के आरोपों के दायरे में आ गई है। इसका खुलासा भाजपा सरकार में ओहदे पर बैठी एक महिला ने किया है। उन्होंने पेयजल योजना के स्टोरेज टैंकों के निर्माण के लिए संघणी में फैंकी सामग्री का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाला है। इसके चलते जल शक्ति मंडल सलूणी व सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए जा रहे हैं।

महिला द्वारा सोशल मीडिया पर डाले वीडियो से यह मालूम हो रहा है कि करोड़ों रुपए से निर्मित होने वाली पेयजल योजना के स्टोरेज टैंकों का निर्माण गुणवत्ताहीन सामग्री से किया जाएगा। इसके कारण टैंकों के लीक होने की आशंका बन गई है। ऐसा होता है तो भांदल पंचायत के कई लोगों की जान भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ सकती है।  स्टोरेज टैंकों का निर्माण संघणी सहित अन्य गांवों से ऊपर किया जा रहा है। कंपनी या ठेकेदार पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। महिला द्वारा वीडियो सोशल मीडिया पर डालने के उपरांत जल शक्ति मंडल सलूणी के सहायक अभियंता असीम कुमार तुरंत संघणी पहुंचे और निर्माण सामग्री की छानबीन करने के उपरांत पेयजल योजना का निर्माण कर रही कंपनी के अधिकारी से पूछताछ की। कंपनी के अधिकारी ने साफ शब्दों में इंकार करदिया कि यह सामग्री उन्होंने नहीं फैंकी है। कंपनी ने इस सारे मामले से किनारा कर लिया है।

लोगों ने बताया कि विभाग को इस निर्माण सामग्री के बारे में पूछताछ पंचायत प्रधान व लोगों से करनी चाहिए थी ताकि इस मामले की सच्चाई लोगों के सामने आती। उन्होंने कहा कि अधिकारी ने इस मामले में लीपापोती कर भले ही कंपनी के पक्ष में निर्णय लिया हो, लेकिन महिला ने सोशल मीडिया पर डाले वीडियो में कहा है कि इस घटिया निर्माण सामग्री को किसी भी सूरत मेंस्टोरेज टैंकों में इस्तेमाल नहीं करने दिया जाएगा। उक्त पेयजल योजना को पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में डल्हौजी की विधायक ने स्वीकृत करवाया था जबकि वर्तमान में सत्तासीन भाजपा सरकार के शासनकाल में इस योजना का निर्माण किया जा रहा है। भाजपा सरकार के शासनकाल में इस तरह के भ्रष्टाचार से जुड़े मामले सामने आने से क्षेत्र के भाजपा नेता भी इन आरोपों से खुद को अलग नहीं समझ रहे हैं।

जल शक्ति उपमंडल सलूणी के सहायक अभियंता असीम कुमार ने बताया कि मामले से जुड़े विभाग की कार्रवाई से सच सामने आएगा। जब महिला ने वीडियो सोशल मीडिया पर डाला तो स्वयं मौके पर जाकर छानबीन की। फैंकी गई निर्माण सामग्री की गुणवत्ता ठीक नहीं है, लेकिन इस सामग्री का कोई भी मालिक सामने नहीं आया। विभाग भी इस सामग्री का प्रयोग टैंकों के लिए करवाने के पक्ष में नहीं है। कार्य में लगी कंपनी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि यह सामग्री उनके द्वारा नहीं फैंकी गई है।


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Vijay

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