हिमाचल के इस गांव में फैला डायरिया, विभाग ने पानी का स्रोत किया सील
punjabkesari.in Wednesday, Jul 23, 2025 - 06:53 PM (IST)

मंडी (रजनीश): हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी के तल्याहड़ क्षेत्र के गांव जोला में स्थानीय जल स्रोत (बावड़ी) का जल दूषित पाया गया है, जिसके चलते यहां डायरिया के मामले सामने आए हैं। गांव में डायरिया के 12 मामले अभी सक्रिय हैं। इस स्रोत के पानी के सैंपल जल शक्ति विभाग द्वारा भरे गए थे और रिपोर्ट आने के बाद इस बावड़ी को सील कर दिया गया है। उधर, डायरिया फैलने के बाद प्रशासन हरकत में आया और जल शक्ति विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जल भंडारण टैंकों की समुचित व समय-समय पर सफाई तथा क्लोरीनेशन, सप्लाई लाइनों की देखभाल तथा संभावित दूषित जल स्रोतों विशेषकर बावड़ियों की निगरानी करें। यदि आवश्यक हो तो उनके सैंपल लेकर प्रयोगशाला में भेजे जाएं। इसके अतिरिक्त नगर निगम के अधिकारियों को सलाह दी कि उनके अधिकार क्षेत्र में आने वाले सभी प्राकृतिक जल स्रोतों की सफाई सुनिश्चित करें और यदि कोई जल स्रोत दूषित पाया जाता है तो स्थानीय लोगों को इसके संबंध में जागरूक करें और जरूरी हो तो उस स्रोत को सील किया जा सकता है।
डीसी ने ली मामलों की जानकारी
तल्याहड़ क्षेत्र के गांव जोला में डायरिया फैलने के बाद डीसी अपूर्व देवगन ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बुधवार को बैठक की तथा डायरिया के मामलों की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने विभाग को निर्देश दिए कि बरसात के मौसम को ध्यान में रखते हुए जलजनित रोगों पर विशेष निगरानी रखें व होने वाली प्रत्येक घटना की जानकारी सांझा करें। प्रभावित क्षेत्र में क्लोरीन टैबलेट वितरण व संबंधित रोग घटनाओं पर जागरूकता अभियान पर विशेष ध्यान दें। बैठक में एडीएम मंडी डाॅ. मदन, सीएमओ डाॅ. दीपाली शर्मा, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डाॅ. धर्म सिंह वर्मा, एसडीएम सदर रुपिंद्र कौर, राज सैनी अधिशासी अभियंता मंडी, राजेश कालिया जिला आयुष अधिकारी, डाॅ. अरिंदम राय एकीकृत जिला रोग निगरानी अधिकारी, डाॅ. मनोज सक्सेना खंड चिकित्सा अधिकारी रत्ती, डाॅ. अमित ठाकुर चिकित्सा अधिकारी गागल, लोक सिंह नेगी जन शिक्षा एवं सूचना अधिकारी, देवराज, महिंद्र स्वास्थ्य पर्यवेक्षक व चेतन सिंह एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम सहायक उपस्थित रहे।
क्या कहती हैं सीएमओ मंडी डाॅ. दीपाली शर्मा
सीएमओ मंडी डाॅ. दीपाली शर्मा ने बताया कि तल्याहड़ क्षेत्र के गांव जोला में 35 मामले डायरिया के पाए गए थे, जिस पर विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए स्वास्थ्य टीम का गठन करके घर-घर जाकर जानकारी एकत्र की व लोगों में क्लोरीन टैबलेट, ओआरएस के पैकेट, दवाइयां तथा आईईसी मैटीरियल उपलब्ध करवाए। टीम काे ये भी निर्देश दिए हैं कि अगर कोई अन्य संभावित मामला पाया जाता है तो उसे तुरंत क्षेत्रीय अस्पताल मंडी में भेजें।