धूमल बोले-देश की राजनीति में खलती है अटल जी कमी

punjabkesari.in Friday, Sep 14, 2018 - 06:39 PM (IST)

कुल्लू (मनमिंदर): देश की राजनीति में भारत रत्न एवं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कमी खल रही है। खासकर हिमाचल प्रदेश और कुल्लू मनाली तो उनका घर रहा है, जिसके चलते यहां उनकी बहुत ज्यादा कमी खल रही है। ये शब्द पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने शाड़ाबाई स्थित बिजली बोर्ड के विश्राम गृह में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि अटल जी का परिवार मनाली आया हुआ था जहां उनके अस्तु विसर्जित किए गए हैं। लिहाजा उनके देहांत के बाद खालीपन सा खल रहा है।

मुझ पर ऐसे कई आरोप जो राजनीति से प्रेरित
उन्होंने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि आय से अधिक संपत्ति मामले में उन्हें क्लीन चिट मिली है क्योंकि मुझ पर लगाए गए आरोप पूरी तरह से निराधार थे। उन्होंने कहा कि सिर्फ आय से अधिक संपत्ति का मामला ही नहीं बल्कि मुझ पर ऐसे कई आरोप लगाए गए हैं जो पूरी तरह से निराधार हैं और राजनीति से प्रेरित हैं।

प्रदेश की चारों सीटों को रिकार्ड मतों से जीतेगी भाजपा
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव आने वाले हैं और भाजपा इस बार भी हिमाचल प्रदेश की चारों सीटें जीतेंंगी जबकि पिछली बार तो हम सत्ता में नहीं थे फिर भी हमने प्रदेश की चारों सीटों को अपनी झोली में डाला था लेकिन इस बार केंद्र और राज्य दोनों जगह अपनी ही सरकार है और हम प्रदेश की चारों सीटों को रिकार्ड मतों से जीतेंगे।

पैट्रोल-डीजल के दामों को लेकर निकालना होगा कोई हल
उन्होंने पैट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि केंद्र और राज्य सरकार को आम जनता के लिए कोई रास्ता निकालकर राहत प्रदान करनी चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई है कि केंद्र और राज्य सरकार इस ओर अवश्य कोई रास्ता निकालेंगे।

प्रदेश सरकार के कई फैसले काबिले तारीफ
उन्होंने प्रदेश सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने 30-32 योजनाओं की घोषणा की है, जिनमें वृद्धावस्था पैंशन जैसे कई फैसले काबिले तारीफ हैं और इसका जनता को फायदा पहुंचेगा। एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि वह व्यक्ति विशेष के साथ कभी नहीं रहे बल्कि कमल फूल के साथ हमेशा रहे हैं। इसलिए लोकसभा चुनाव में उन सभी उम्मीदवारों का साथ दिया जाएगा जो कमल निशान पर चुनाव लड़ेंगे।

गलत निर्णय को वापस लेना बुद्धिमता न कि नालायकी
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि सरकार अभी नई है और स्थापित होने में समय लगेगा। अगर गलती से कोई गलत निर्णय लिया हो और बाद में उस निर्णय को वापस लिया जाए तो इससे बड़ी बुद्धिमता कोई नहीं है। गलत निर्णय को वापस लेना सराहनीय कार्य है। लेकिन गलत निर्णय पर अड़े रहना कि मैं ही ठीक हूं सरकार को नुक्सान पहुंचाती है इसलिए यदि सरकार ने किसी गलत निर्णय को वापस लिया तो उसे सरकार की नालायकी नहीं कहा जाएगा बल्कि बुद्धिमता कहा जाएगा।


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Vijay

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