सिराज तक ही सीमित है सीएम का विकास : मुकेश का पलटवार

punjabkesari.in Monday, Dec 02, 2019 - 04:04 PM (IST)

 

शिमला/ऊना:  नेता प्रतिपक्ष ने ऊना दौरे के दौरान सीएम द्वारा की गई टिपणियों को लेकर पलटवार किया है। उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर कहा कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर हरोली विधानसभा के दौरे के दौरान आलीशान भवनों को देखकर शायद परेशान हो गए और सार्वजनिक सभा में यह दलील दे गए कि भवनों से विकास नहीं होता। सत्ता के दो साल बाद भी मुख्य मंत्री हम से इस बात से खफा हैं कि हमने सैकड़ों करोड़ के भवन क्यों बनाए। चाहिए तो यह था कि मुख्यमंत्री अपने काम का लेखा-जोखा रखते। मगर वो कांगड़ के उस मंच से जिसे हमने बनाया था हमें पानी पी-पी कर कोसते रहे। हमारे ऊपर आरोप है कि हमने जरूरत से जायदा विकास करवाया।

बहरहाल जयराम के भड़ास निकालने से हम कतई भी विचलित नहीं है। हमने काम किया तो ही हम हरोली विधानसभा से जीत का चौका लगा सके। हारे-पिट्टे लोग बोले तो समझ आता है लेकिन मुख्यमंत्री पद पर विराजमान बोले तो अफसोस होता है। जबकि हिमाचल प्रदेश कि अफसरशाही बताती है कि मुख्यमंत्री भवनों को ही विकास मानते हैं बशर्ते प्रदेश में बनने वाला हर भवन उनके हलके सिराज में ही बने। सिराज की सरहद खत्म विकास खत्म। सिराज के लिए भी हमारी शुभकामनाएं मगर हरोली के विकास से आखिर पीड़ा क्यों??? आप की दलील है कि हरोली में बनने वाले भवनो से हमने चहेते ठेकेदारों की जेबें भरी , तो क्या सिराज मैं बनने वाले भबनो से आप चहेतों की जेबें भरे रहे हैं??? हमने हिमाचल का सब से लम्बा पुल हरोली-ऊना बनाया।

सारी दुनिया पुल का फ़ायदा उठा रही है इस भारी भरकम गुनाह के लिए हमें सूली पर चढ़ा देना चाहिए। हमने हरोली में अगर सचिवालय का निर्माण कर एसडीएम और डीएसपी बिठा दिया, तो सारे दफ्तर एक छत के नीचे आ गए। जनकार्यों के लिए भवन का धड़ले से इस्तेमाल हो रहा है ,हरोली तहसील बन गई और दुलेहड़ ब ईसपुर गांव उपतहसील हो गए। हरोली में सिवल हस्पताल भवन मरीजों के काम आ रहा है।पंजावर ब पालकवाह पीएचसी भवन इस्तेमाल में है। ललडी के पशु अस्पताल का इलाके को फायदा हो रहा है। यही नहीं हरोली में एक भी सरकारी कॉलेज नहीं था हमने बीटन, खड्ड ब हरोली में तीन कालेज खुलवा दिए जिस का सब से ज्यादा फायदा लड़कियों को हुआ , खड्ड कालेज का भवन निर्मित हो रहा है बजट का इंतजाम हमने किया।

पुबोवाल की आईटीआई शानदार भवन में चल रही है। इसी तरह खड्ड में फुट्बॉल अकादमी बनाई तो लड़कियां फुट्बॉल की दुनिया में नाम कर रही हैं। हम समझते हैं कि इन कामों से हमने किसी को आहत नहीं किया। अगर हिमाचल का सबसे आलिशान सामुदायिक केंद्र हमने बाथु में बनाया तो हजारों शादियां सस्ते दामों पर हो रही हैं खड्ड के समुदायक केंद्र का भी खुल कर लोग इस्तेमाल कर रहे हैं। मुख्यमंत्री जी को बताते चले आपके जितने भी जनमंच कार्यक्रम हुए ठसक से इन्ही भवनो में हुए जिन्हें आप अनुपयोगी बता गए। हमने सलोह में सेंट्रल स्कूल खोला आपने श्रीमती स्मृति ईरानी से शिलान्यास करवाया। सालों बीत जाने के बाद भी काम शुरू नहीं हुआ अंतता हमारे बनाए गए भवन में सेंट्रल स्कूल चल रहा है। ढांचा गत विकास निर्थक नहीं जाता। ट्रिपल आईटी के हरोली हल्के में खुलने की भाजपा विरोधी थी, एलान किया था कि प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद इसे हरोली से हटाया जाएगा, लेकिन हमने भी कच्ची गोलियां नहीं खेली।

ट्रिपल आईटी हरोली में क़ायम हुई और हमारे बाद ,प्रधानमंत्री जी से भी इस का शिलान्यास हरोली में करवाना पड़ा। यह तो हमें अब पता लगा कि यह सब काम हमारे गुनाहों में शुमार हैं जिस के लिए आप को इतने आंसू बहाने पड़ गए। लेकिन यह ज़रूर है कि अगर हमने पंडोगा का इंडस्ट्रीयल एरीया बनाया तो आज आप अपनी तस्वीरें लगा कर उसे लैंड बैंक के तौर पर देश-दुनिया को दिखा रहे हैं। इसी तरह हमने हिमाचल में सबसे पहले टाहलीवाल में गैस की लाइन पहुंचाई। विकास निरंतर प्रक्रिया है।पालकवाह में हमने स्किल डिवेलप्मेंट सेंटर बनाया आपने चालू नहीं किया आख़िर कितनी देर रोक सकोगे। आपने दलील दी कि टुरिस्ट हट का हरोली में क्या काम , क्या पर्यटन का सारा बजट जेंजेहली में ही लगेगा ?? यह भी आपको याद होगा पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के समय आपने अपने हल्के में टुरिस्ट हट बनाई थी जो इस्तेमाल नहीं हुई।विकास हमेशा अगले पचास साल की गुंजाइश सामने रख कर किया जाता है।

हरोली में पार्कों तालाबों. चोंको ब हवा घरों को बनाने की हमने संस्कृति दी, जिन के आप नाम -करन कर रहे हैं। घालुवाल ब टाहलीवाल के रेस्टहाउस तो सब से ज़्यादा इस्तेमाल में हैं। आप की पार्टी के प्रधान सतपाल सत्ती गोंदपुर बुल्ला के पार्क आलोचना करते हुए कहते हैं कि पार्क गांव में नहीं बनते, क्या पार्कों पर सिर्फ शहर वालों का एकाधिकार है??? हरोली को तो आगे जाना है आज रोकोगे तो कल जाएगी। हरोली को थोक विकास की आदत है ,चबनी - दवनी के एलानो से बात नहीं बनेगी।मगर हरोली ,मुकेश अग्निहोत्री की हरोली -जनता के सहयोग से आने वाले समये में यहां बहुत गगनचुंबी इमारतें बनेगी। अगर यह गुनाह है तो कुछ गुनाह और सही। हरोली के विकास का इतिहास हमने लिख दिया है। हरोली के विकास से जिन्हें कष्ट हुआ उन्हें यही कहेंगे कि यह दिल माँगे मोर।


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kirti

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