हिमाचल क्रिकेट एसोसिएशन ने कोरोना काल में अपना सामाजिक सरोकार भी नहीं निभाया: राजेंद्र राणा

punjabkesari.in Thursday, May 27, 2021 - 04:56 PM (IST)

धर्मशाला : प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष व सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने कहा है कि कोरोना महामारी के इस कठिन दौर में कांग्रेस पार्टी के नेताओं के अलावा राधा स्वामी डेरा ब्यास सहित कई धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं ने पीड़ित मानवता व जरूरतमंदों की सेवा में बढ़-चढ़कर अपना योगदान दिया है और लगातार इस दूसरी लहर में भी यह संस्थाएं मददगार बनी हुई हैं लेकिन हिमाचल क्रिकेट एसोसिएशन जो सबसे अमीर संस्था है और जिसके पास करोड़ों रुपए का तामझाम है, उसे इस कठिन दौर में  स्वेच्छा से आगे आकर अपना सामाजिक सरोकार निभाना चाहिए था। अगर हिमाचल क्रिकेट एसोसिएशन ऐसा करती तो लोग उसकी तारीफ भी करते परंतु उसने अपने सामाजिक सरोकार को निभाना मुनासिब नहीं समझा जो कि बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। 

आज यहां जारी एक बयान में राजेंद्र राणा ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा धर्मशाला में लीज पर दी गई जमीन पर करोड़ों रुपए की लागत से हिमाचल क्रिकेट एसोसिएशन का स्टेडियम व आलीशान होटल बना है और लोग उम्मीद कर रहे थे कि हिमाचल क्रिकेट एसोसिएशन जनता की मददगार बनते हुए इन्हें कोविड सेंटर  के रूप में इस्तेमाल करने के लिए राज्य सरकार को पेशकश करेगी। उन्होंने कहा कि हिमाचल क्रिकेट एसोसिएशन को संकट की इस घड़ी में सरकार को सहयोग देने के लिए अपना सामाजिक सरोकार भी निभाना चाहिए था और उदारता दिखानी चाहिए थी जो उसने नहीं दिखाई। राणा ने कहा इस कठिन दौर में कांग्रेस पार्टी के नेता भी लगातार जरूरतमंदों की सेवा में जुटे हुए हैं और लोगों को राहत प्रदान करने में कतई पीछे नहीं हट रहे। इसी तरह डेरा व्यास सहित कई संस्थाएं बढ़-चढ़कर सरकार को भी सहयोग दे रही हैं और कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए भी मददगार बनी हुई हैं। 

उन्होंने कहा डेरा सत्संग व्यास ने इस महामारी की पहली लहर में भी बढ़-चढ़कर अपना सामाजिक दायित्व निभाया था और दूसरी लहर में भी वह मानवता की सेवा में जुटी हुई है और इनके भवन कोविड सेंटर के रूप में इस्तेमाल हो रहे हैं। जिला कांगड़ा के परौर में ही राधा स्वामी सत्संग भवन को कोविड सेंटर में परिवर्तित करके 1000 मरीजों के इलाज की व्यवस्था की गई है। परंतु धर्मशाला में हिमाचल क्रिकेट एसोसिएशन का इतना बड़ा तामझाम और स्टेडियम होने के बावजूद एसोसिएशन ने संकट की इस घड़ी में लोगों का मददगार बनना भी मुनासिब नहीं समझा। राणा ने कहा कि मुसीबत की घड़ी में भी अगर यह स्टेडियम व हिमाचल क्रिकेट एसोसिएशन का होटल जिला की जनता के काम ना सके तो फिर यह सफेद हाथी किस काम के हैं। उन्होंने कहा हिमाचल क्रिकेट एसोसिएशन को इस कठिन समय में प्रदेश वासियों की सेवा में लगी धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं की तरह अपना मानवीय पक्ष भी दिखाना चाहिए था, ताकि जनता मैं यह मैसेज आता कि यह सबसे अमीर संस्था भी उनके साथ दिल से जुड़ी हुई है।
 


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Content Writer

prashant sharma

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