Kangra: डमटाल की गऊशाला बनी पशुओं के लिए ''अभिशाप'', भूख-प्यास और बीमारी से रोजाना हो रही मौतें

punjabkesari.in Sunday, Jun 15, 2025 - 05:26 PM (IST)

डमटाल (सिमरन): हिमाचल प्रदेश के सबसे समृद्ध जिला कांगड़ा के इंदौरा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत डमटाल में स्थित गऊशाला गहरी अव्यवस्थाओं और लापरवाही की भेंट चढ़ चुकी है। गऊशाला में रह रहे सैंकड़ों बेसहारा पशु भूख, प्यास और बीमारी के चलते दम तोड़ रहे हैं। गऊशाला के संचालक (प्रशासन) जेसीबी की मदद से गऊशाला के इर्द-गिर्द गहरे गड्ढे खोदकर पशुओं को दफनाते जा रहे हैं। गऊशाला का संचालन इस कदर लचर हो चुका है कि उसे गऊशाला के बजाय "बूचड़खाना" कहना ज्यादा उपयुक्त प्रतीत होता है। ये शब्द इंदौरा की पूर्व विधायक रीता धीमान ने एक प्रैस वार्ता में कहे। 

रीता धीमान ने सरकार और प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि डमटाल की गऊशाला पशुओं के लिए किसी अभिशाप से कम नहीं है। गऊशाला में सैंकड़ों पशुओं की देखरेख के लिए न तो पर्याप्त चारा है और न ही पर्याप्त कर्मचारी। उन्होंने कहा कि गऊशाला में चल रही भारी अव्यवस्थाओं और पशुओं की खराब स्थिति को देखकर आंखें नम हो जाती हैं।

चारे और फीड का नहीं हो रहा सही प्रबंधन
पूर्व विधायक ने प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब गऊशाला में दानी सज्जनों और प्रयास ग्रुप संस्था के सहयोग से रोजाना हरा चारा और फीड भेजी जा रही है, तो फिर आखिर इतने पशु भूख से क्यों मर रहे हैं? इसका सीधा मतलब है कि चारे और फीड का सही प्रबंधन नहीं हो रहा। उन्होंने यह भी कहा कि यदि सरकार गऊशाला को सुचारू रूप से नहीं चला सकती तो बेहतर होगा इसे बंद कर दिया जाए, क्योंकि इस तरह की लापरवाही पशुओं के प्रति अन्याय है।

प्रयास ग्रुप संस्था उठा रही खर्च
डमटाल गऊशाला में रह रहे सैंकड़ों पशुओं की देखरेख के लिए प्रयास ग्रुप संस्था द्वारा हर महीने लाखों रुपए खर्च किए जा रहे हैं। संस्था की ओर से रोजाना पशुओं को हरा चारा और पोषक आहार उपलब्ध करवाया जा रहा है। बावजूद इसके, गऊशाला की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है, जोकि व्यवस्थाओं में भारी खामियों की ओर इशारा करता है।

क्या कहते हैं एसडीएम इंदौरा
इस मामले में जब इंदौरा के एसडीएम सुरिंदर ठाकुर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक द्वारा उठाए गए मुद्दों को गंभीरता से लिया गया है। गऊशाला की स्थिति को लेकर जल्द ही निरीक्षण किया जाएगा और स्टेटस रिपोर्ट भी तैयार करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि करीब दो माह पूर्व गऊशाला के उन्नयन को लेकर एक रिपोर्ट सरकार को भेजी गई थी, जो अभी विचाराधीन है। एसडीएम ने स्पष्ट किया कि यदि निरीक्षण के दौरान गऊशाला में कोई खामियां पाई गईं, तो संबंधित जिम्मेदारों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
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Content Writer

Vijay

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