HPBOSE: डीएलएड सत्र 2025–27 की रिक्त 718 सीटों के लिए 1766 अभ्यर्थी शॉर्टलिस्ट, 9 अक्तूबर को हाेगी काऊंसलिंग
punjabkesari.in Tuesday, Oct 07, 2025 - 12:48 PM (IST)

धर्मशाला (ब्यूरो): हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड 2 वर्षीय डिप्लोमा इन एलीमैंटरी एजुकेशन (डीएलएड) सत्र 2025–27 के लिए निजी मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थानों में रिक्त पड़ीं 718 सीटों को भरने हेतु 9 अक्तूबर को काऊंसलिंग आयोजित करेगा। यह काऊंसलिंग सुबह 10 बजे से बोर्ड मुख्यालय धर्मशाला में संपन्न होगी। इस काऊंसलिंग के लिए शिक्षा बोर्ड ने करीब 1766 अभ्यर्थियों को शॉर्टलिस्ट किया है। बोर्ड ने डीएलएड सत्र 2025–27 के लिए 29 मई को प्रदेशभर में 87 केंद्रों पर प्रवेश परीक्षा आयोजित की थी। इस दाैरान कुल 15609 अभ्यर्थियों में से 14352 ने परीक्षा दी, जबकि 1257 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। जुलाई में घोषित परिणाम के अनुसार 3203 अभ्यर्थी परीक्षा में उत्तीर्ण हुए थे। इनमें से न्यूनतम 45 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों को काऊंसलिंग के लिए बुलाया गया है।
बता दें कि प्रदेशभर के सरकारी और निजी डाईट संस्थानों में कुल लगभग 2450 सीटें प्रस्तावित हैं, जिनमें 900 सीटें सरकारी संस्थानों और 1550 सीटें निजी मान्यता प्राप्त संस्थानों में विभिन्न वर्गों के लिए निर्धारित हैं। इन सीटों को भरने के लिए 2 चरणों की काऊंसलिंग पहले ही आयोजित की जा चुकी है, बावजूद इसके निजी संस्थानों में 718 सीटें अब भी रिक्त हैं। इन्हें भरने के लिए अब तीसरे चरण की काऊंसलिंग 9 अक्तूबर को आयोजित की जाएगी। वहीं, सरकारी संस्थानों में ओपन वर्ग की सीटें पूर्ण रूप से भर चुकी हैं, जबकि रिजर्व कैटेगरी की रिक्त सीटें बिना अभ्यर्थियों के खाली रह जाएंगी।
शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डाॅ. राजेश शर्मा ने बताया कि काऊंसलिंग में भाग लेने वाले अभ्यर्थियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे बोर्ड की वैबसाइट पर उपलब्ध मैरिट लिस्ट और दिशा-निर्देशों के अनुसार निर्धारित तिथि पर ही काऊंसलिंग के लिए बोर्ड मुख्यालय पहुंचें। उन्होंने कहा कि अभ्यर्थी अपने शैक्षणिक प्रमाणपत्रों, हिमाचल मूल निवासी प्रमाणपत्र, आरक्षित श्रेणी से संबंधित दस्तावेजों और आवश्यक शपथ पत्रों की मूल व सत्यापित प्रतियों के साथ उपस्थित हों, साथ ही बोर्ड वैबसाइट पर उपलब्ध बायोडाटा फॉर्म को भरकर साथ लाना अनिवार्य होगा। डाॅ. शर्मा ने यह भी स्पष्ट किया कि सीट आबंटन केवल एक बार ही किया जाएगा और यह अभ्यर्थी की मैरिट एवं वांछित संस्थान में सीट की उपलब्धता पर निर्भर करेगा। इसलिए उन्होंने अभ्यर्थियों से अपील की कि वे सीट आबंटन से पूर्व अपने पसंदीदा संस्थान का चुनाव सुनिश्चित करें।