Weather: हिमाचल में एक सितम्बर तक लगातार भारी बारिश का अलर्ट जारी, अब तक 2394 करोड़ की संपत्ति तबाह
punjabkesari.in Tuesday, Aug 26, 2025 - 07:21 PM (IST)

शिमला (राजेश): हिमाचल में मानसून लगातार कहर बरसा रहा है, जिससे हालात बिगड़ गए हैं। प्रदेश के कई जिलों में पिछले 24 घंटे में भारी बारिश हुई है, जिससे आम जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 1 सितम्बर तक लगातार भारी बारिश होने का अलर्ट जारी किया है। प्रदेश में जहां 27 और 28 अगस्त को यैलो अलर्ट रहेगा, जबकि 29 अगस्त से 1 सितम्बर तक फिर से भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरैंज अलर्ट रहेगा।
बिलासपुर के नयनादेवी में 160 मिलीमीटर बारिश दर्ज
सोमवार रात से मंगलवार सुबह तक सबसे अधिक बारिश बिलासपुर जिले के श्री नयनादेवी में 160 मिलीमीटर दर्ज की गई। चम्बा के भटियात में 125 मिलीमीटर, मनाली और धर्मशाला में 102-102, घुमरूर में 91, कांगड़ा में 89, नगरोटा सूरियां और पालमपुर में 88-88, कोठी में 85, भुंतर में 77, चम्बा में 74, करसोग में 65, सुजानपुर टीहरा और रोहड़ू में 60-60, जोगिंद्रनगर में 59, नादौन में 58, देहरागोपीपुर और बंजार में 57-57 और शिमला में 28 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई है।
677 सड़कों सहित 3 एनएच बंद, 1413 ट्रांसफर्मर ठप्प
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार भारी बारिश से 3 नैशनल हाईवे और 677 सड़कें भूस्खलन से बंद रहीं। मंडी जिले में 342 सड़कें, कुल्लू में 131, शिमला में 45, सिरमौर में 36, कांगड़ा में 67, ऊना में 18, सोलन में 19, बिलासपुर में 13 और हमीरपुर में 5 सड़कें बंद हैं। किन्नौर में नैशनल हाईवे-1, कुल्लू में नैशनल हाईवे-131 और मंडी में नैशनल हाईवे-3 बंद पड़ा है। वहीं भारी बारिश के कारण बिजली के कई ट्रांसफार्मर ठप्प हो गए हैं। सुबह तक प्रदेश में 2349 ट्रांसफार्मरों से बिजली ठप्प रही। लेकिन शाम तक 936 ट्रांसफार्मरों से बोर्ड कर्मचारियों द्वारा बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई। वहीं 1413 ट्रांसफार्मर अभी भी ठप्प हैं और कई इलाकों में ब्लैकआऊट है।
प्रदेश में अब तक 306 लोगों की मौत, 2394 करोड़ रुपए का नुक्सान
मानसून शुरू होने के बाद से अब तक पूरे प्रदेश में 306 लोगों की मौत हो चुकी है, 38 लोग लापता हैं और 367 घायल हुए हैं। मंडी जिले में सबसे ज्यादा 51 मौतें हुई हैं, कांगड़ा में 48, चम्बा में 36, शिमला में 28 तथा किन्नौर और कुल्लू में 26-26 मौतें दर्ज हुई हैं। अब तक 3186 मकान क्षतिग्रस्त हो चुके हैं, जिनमें 693 पूरी तरह ढह गए हैं। केवल मंडी जिले में ही 1500 मकानों को नुक्सान हुआ है, जिनमें 490 पूरी तरह ध्वस्त हुए हैं। अब तक मानसून से प्रदेश को लगभग 2394 करोड़ रुपए की संपत्ति का नुक्सान हुआ है। इसमें लोक निर्माण विभाग को 1310 करोड़ और जल शक्ति विभाग को 813 करोड़ रुपए की क्षति हुई है। वहीं प्रदेश में अब तक 77 बार फ्लैश फ्लड, 81 बार भूस्खलन और 41 बार बादल फटने की घटनाएं हो चुकी हैं।