शिमला: कांग्रेस पर्यवेक्षकों ने बंद कमरे में जानी मंत्रियों-विधायकों की राय

punjabkesari.in Wednesday, Feb 28, 2024 - 11:22 PM (IST)

शिमला (हैडली/सौरभ): राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग से पार्टी प्रत्याशी अभिषेक मनु सिंघवी की अप्रत्याशित हार के बाद कांग्रेस सरकार व संगठन में उठे सियासी बवंडर को शांत करने में आलाकमान जुट गया है। बुधवार को भी सुक्खू सरकार को झटके पर झटके लगते रहे। सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह के इस्तीफे व विधायकों में असंतोष का मसला उठाने के बाद डैमेज कंट्रोल की कवायद शुरू हो गई। मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री समेत अन्य मंत्रियों व पार्टी नेताओं ने विक्रमादित्य सिंह से बात कर गिले-शिकवे दूर करने का प्रयास किया व उन्हें इस्तीफा वापस लेने के लिए मना लिया। दोपहर बाद सदन में सरकार ने विपक्ष की गैर-मौजूदगी में बजट पारित करवाने के बाद सत्र को एक दिन पहले ही समाप्त कर बढ़ते सियासी संकट से बाहर निकलने का प्रयास किया। वहीं शाम को पार्टी पर्यवेक्षक कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिव कुमार और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा शिमला पहुंचते ही अपने मिशन में जुट गए। होटल सिसल के बंद कमरे में दोनों पर्यवेक्षकों ने कैबिनेट मंत्रियों, सीपीएस व विधायकों से बात कर उनकी राय जानी। प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी इस दौरान मौजूद रहे।

हाईकमान ने पर्यवेक्षकों को दी है कोई भी रणनीति अपनाने की खुली छूट  
कांग्रेस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हाईकमान ने दोनों पर्यवेक्षकों को यह कहकर भेजा है कि किसी भी सूरत में प्रदेश में कांग्रेस सरकार नहीं गिरनी चाहिए। इसके लिए कोई भी रणनीति अपनाने की खुली छूट हाईकमान ने पर्यवेक्षकों को दी है। दोनों पर्यवेक्षकों ने देर शाम तक सभी कैबिनेट मंत्रियों व विधायकों से अलग-अलग बात की है। बैठक में पर्यवेक्षकों ने सभी विधायकों से यह भी पूछा है कि यदि सरकार बचाने के लिए नेतृत्व परिवर्तन करना पड़े तो मुख्यमंत्री पद का विकल्प कौन होगा।

नाराज विधायकों को मनाने में रहे सफल
सूत्रों के अनुसार जिन 6 विधायकों ने राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोट किया है, उनसे भी चर्चा की गई है। उनकी पार्टी में वापसी के लिए भी कोशिश की जा रही है। सूचना यह भी है कि नाराज विधायकों को मनाने में पर्यवेक्षक काफी हद तक कामयाब हुए हैं। आने वाले समय में प्रदेश में कांग्रेस सही तरीके से कार्य करे, इसके लिए हाईकमान ने एकजुट रहने के आदेश भी जारी किए हैं।

पर्यवेक्षक पार्टी अध्यक्ष खरगे को सौंप सकते हैं रिपोर्ट
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पर्यवेक्षक विधायकों की राय के आधार पर अपनी रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष खरगे को सौंप सकते हैं और उसके बाद तत्काल निर्णय लिया जाएगा। समझा जाता है कि कांग्रेस के असंतुष्ट विधायक मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की कार्यशैली से नाराज हैं और वे इस पक्ष में हैं कि सुक्खू के स्थान पर किसी और को मुख्यमंत्री बनाया जाए।

सारे विकल्प खुले हैं : जयराम रमेश
पार्टी महासचिव जयराम रमेश से यह पूछे जाने पर कि क्या सुक्खू के स्थान पर किसी और को मुख्यमंत्री बनाने का विकल्प खुला हुआ है, तो पार्टी महासचिव ने कहा कि यह सब हमारे पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट पर निर्भर है। वे अभी कुछ नहीं कह सकते कि कौन से रास्ते बंद हैं, कौन से खुले हैं। सारे विकल्प खुले हुए हैं।
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Content Writer

Vijay

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