कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से हुई भर्तियों को खंगालेगी सरकार : सुक्खू

punjabkesari.in Tuesday, Dec 27, 2022 - 09:07 PM (IST)

शिमला (कुलदीप): पूर्व भाजपा सरकार के समय हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर के माध्यम से की गई भर्तियों को खंगाला जाएगा। इस जांच प्रक्रिया में यदि कोई नेता या अधिकारी दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। यह बात मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पत्रकार वार्ता में कही। उन्होंने कहा कि जांच प्रक्रिया आगे बढ़ने के बाद आने वाले दिनों में कई सनसनीखेज खुलासे होंगे। उन्होंने कहा कि सरकार 60 दिनों के भीतर भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता लाएगी तथा किसी तरह का भाई-भतीजावाद नहीं होने दिया जाएगा। इस दौरान यह भी तय किया जाएगा कि आगामी समय में किस एजैंसी के माध्यम से भर्ती प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा। 

पिछली सरकार ने पेपर लीक मामले पर आंखें मूंदीं
सुक्खू ने कहा कि पूर्व सरकार के समय में हुई भर्तियों में जांच के बाद यदि कोई नेता या अधिकारी दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व भाजपा सरकार ने पेपर लीक मामले पर आंखें मूंदें रखीं,जिससे प्रदेश के 14 लाख बेराजगार युवाओं के हितों से खिलवाड़ हुआ। उन्होंने कहा कि इस संस्थान में जो चपड़ासी भी लगता था, वह यहीं से सेवानिवृत्त होता था।

जांच दायरे में आई परीक्षाओं में होगी डाक्यूमैंटेशन
सुक्खू ने कहा कि जो भर्तियां जांच के दायरे में होंगी, उनमें बैठे परीक्षार्थियों की डाक्यूमैंटेशन होगी यानी पूर्व में हुई परीक्षाओं के ऐसे परीक्षार्थी, जो शक के दायरे में होंगे, उनकी अलग से पड़ताल की जाएगी।

आरोपी महिला के बेटे ने टॉप किया
सुक्खू ने कहा कि आरोपी महिला के बेटे ने पहले हुई परीक्षा में टॉप किया है, ऐसे में पूर्व सरकार में हुई ऐसी भर्तियों को खंगाला जाएगा। उन्होंने कहा कि कर्मचारी चयन आयोग के अधिकारी शिमला बुलाए गए हैं तथा बाकी सस्पैंड किए गए हैं।

हमने जाल बिछाया फिर फंसे आरोपी
सुक्खू ने कहा कि 12 दिसम्बर को एक बैठक बुलाई थी। इसमें पुलिस अधिकारियों को कहा था कि इस तरह के मामलों पर नजर रखें, ऐसे में पुलिस अधिकारियों ने हमारे दिशा-निर्देशों के अनुरूप जाल बिछाया, जिस कारण जेओए (आईटी) पेपर लीक के आरोपियों को पकड़ा जा सका। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में 23 दिसम्बर को अभिलाष कुमार ने शिकायत दर्ज करवाई थी, जिसमें संजय (संजीव कुमार) ने उन्हें आश्वस्त किया था कि वह 2.50 लाख रुपए में उसे जेओए (आईटी) का प्रश्न पत्र उपलब्ध करवाएगा। शिकायतकर्ता ने बताया कि संजय (संजीव कुमार) ने उसे विश्वास में लेते हुए बताया कि उसने स्वयं भी 185 में से 170 अंक प्राप्त कर जेओए (आईटी)-2021 की परीक्षा उत्तीर्ण की है। इस सूचना के बाद वरिष्ठ सहायक उमा आजाद के घर पर छापेमारी की गई जहां से प्रश्न पत्र को बरामद करने के अलावा 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिनको 28 दिसम्बर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। आरोपी के घर से 6.40 लाख की नकदी भी बरामद हुई। 

जेओए (आईटी) सहित 3 परीक्षाओं के पेपर मिले, भर्ती प्रक्रिया रोकी 
सुक्खू ने कहा कि आरोपी के घर से 3 परीक्षाओं के प्रश्न-पत्रों के 3 सैट मिले। इसमें जूनियर ऑडिटर का प्रश्न पत्र भी मिला, जिसकी तिथि अभी घोषित नहीं हुई है। इसी तरह 1 जनवरी, 2023 को होने वाली कम्प्यूटर ऑप्रेटर तथा 25 दिसम्बर, 2022 को होने वाली जेओए (आईटी) पोस्ट कोड-965 की परीक्षा के प्रश्न पत्र मिले। इसके अलावा सहायक अधीक्षक जेल परीक्षा, जेल वैल्फेयर ऑफिसर, होस्टल वार्डन, सहायक खनन निरीक्षक, स्टोरकीपर, ट्रैफिक इंस्पैक्टर, जेई सिविल व भाषा अध्यापक की परीक्षाओं से संबंधित शिकायतें मिलीं। इस दृष्टि से सरकार ने एसआईटी का गठन कर कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से आगामी समय में की जाने वाली भर्तियों पर फिलहाल रोक लगा दी है।

पुलिस पेपर लीक मामले में आगे बढ़ेगी जांच
सुक्खू ने कहा कि पुलिस पेपर लीक मामले में जांच आगे बढ़ेगी। इस मामले में सीबीआई या जिस भी एजैंसी से जांच करवाई जाएगी, उसमें सरकार आगे बढ़ेगी। ड्रग, शराब व अन्य घोटालों में संलिप्त माफिया को बेनकाब करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ड्रग, शराब व अन्य घोटालों में संलिप्त माफिया को बेनकाब करेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार की भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरैंस की नीति है, जिस पर अमल होगा। 

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Content Writer

Vijay

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