हिमाचल में 10 दिनों में शुरू होंगे 4 डैडिकेटिड कोविड केयर सैंटर : जयराम

punjabkesari.in Tuesday, May 04, 2021 - 10:46 PM (IST)

पालमपुर (भृगु/प्रकाश): राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या भले ही बढ़ रही है लेकिन प्रदेश के अस्पतालों में नए मरीजों को एडमिट करने के लिए अभी पर्याप्त स्थान है। सरकार ने कोविड-19 के बढ़ते मामलों के चलते 4 स्थानों पर बड़े स्तर पर स्वास्थ्य सुविधाओं के सृजन की कार्य योजना तैयार की है। इस कड़ी में जिला कांगड़ा में राधा स्वामी सत्संग परिसर परौर के अतिरिक्त आयुर्वैदिक कॉलेज पपरोला, मंडी में राधा स्वामी सत्संग परिसर में 200 बिस्तर व शिमला में आईजीएमसी के नवनिर्मित ओपीडी ब्लॉक के सभी 9 फ्लोर पर यह सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी, वहीं बद्दी-बरोटीवाला में 500 बिस्तरों की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने यह जानकारी पालमपुर के परौर में राधा स्वामी सत्संग परिसर में प्रस्तावित कोविड-19 मेक शिफ्ट अस्पताल के निर्माण कार्य की समीक्षा के पश्चात पत्रकारों से बात करते हुए दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेक शिफ्ट अस्पतालों में जरूरी मेडिकल स्टाफ व अन्य जरूरी सुविधाएं जुटाई जाएंगी और 10-12 दिनों में इन केंद्रों को शुरू कर दिया जाएगा। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार, उपाध्यक्ष हंसराज, राज्यसभा सांसद इंदु गोस्वामी, विधायक मुल्ख राज प्रेमी, पूर्व विधायक प्रवीण कुमार, पर्यटन प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक विनय शर्मा व प्रदेश प्रवक्ता उमेश दत्त सहित प्रशासनिक व अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

लॉकडाऊन पर कैबिनेट में चर्चा के बाद निर्णय

प्रदेश में पूर्ण लॉकडाऊन लगाने के बारे में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने स्पष्ट किया कि सरकार आम आदमी की दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए फैसला करेगी। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि प्रदेश में सभी आर्थिक, सामाजिक और धार्मिक गतिविधियों को बंद कर लॉकडाऊन लगाने जैसे कड़े फैसले लेने के लिए सरकार को मजबूर न होना पड़े, इसके लिए लोग स्थिति की गम्भीरता को समझें और कोरोना गाइडलाइन का पूर्ण पालन करें। उन्होंने बताया कि बुधवार को कैबिनेट मीटिंग में इस पर चर्चा के बाद निर्णय लिया जाएगा। परिस्थितियों के अनुसार अधिक प्रभावित जिलों में लॉकडाऊन लगाया जाए या समूचे हिमाचल में, इस पर कैबिनेट में चर्चा के उपरांत फैसला किया जाएगा।

बिना इजाजत प्रदेश में नहीं मिलेगा प्रवेश

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में बाहर से आने वाले लोगों को ऑनलाइन इजाजत लेनी होगी। बिना ई-पास प्रदेश में प्रवेश नहीं मिलेगा। प्रदेश में आकर परेशानी न हो, इसके लिए आरटी-पीसीआर नैगेटिव रिपोर्ट साथ लेकर आएं। जो लोग बिना रिपोर्ट आएंगे उन्हें 14 दिन होम क्वारंटाइन होना पड़ेगा।

18 से 44 आयु वर्ग के वैक्सीनेशन के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में नियमित रूप से वैक्सीनेशन का कार्य चल रहा है तथा 18 से 44 आयु वर्ग के पंजीकरण की प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है। पंजीकरण के माध्यम से मॉनीटर किया जा रहा है ताकि वैक्सीनेशन के लिए किसी स्थान पर अधिक भीड़ न जुटे तथा सारे वैक्सीनेशन अभियान को योजनाबद्ध ढंग से पूरा किया जा सके। उन्होंने कहा कि वैक्सीन की डोज के लिए सरकार की ओर से संबंधित कंपनी को लिखा जा चुका है तथा शीघ्र ही समुचित मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध होगी।

भ्रामक प्रचार पर कार्रवाई की गुंजाइश

सोशल मीडिया में अस्पतालों में कथित अव्यवस्था को लेकर वायरल हो रहे वीडियो को लेकर मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि ऐसी घटिया हरकतें करने वाले लोगों पर कार्रवाई की गुंजाइश है। उन्होंने कहा कि सबसे बड़े संकट में डाक्टर व पैरामैडीकल स्टाफ  अपनी जान की परवाह किए बगैर कार्य कर रहा है लेकिन कुछ लोग इस तरह से वीडियो बनाकर भ्रामक प्रचार करने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसा करने वाले लोग मात्र भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं।


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Content Writer

Vijay

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