सीआईडी ने ढूंढ निकाले 2 आढ़ती, बागवानों के 6 करोड़ रुपए हड़प कर हो गए थे फरार

punjabkesari.in Tuesday, Feb 21, 2023 - 11:08 PM (IST)

शिमला (रमेश सिंगटा): सेब बागवानों के गाढ़े खून-पसीने की कमाई डकारने वाले आढ़तियों पर अब कानूनी शिकंजा कसता जा रहा है। हिमाचल सीआईडी की कई टीमों ने उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश में कई ठिकानों पर दबिश दी है। इस दौरान 2 फरार आढ़तियों को ढूंढ निकालने में कामयाबी मिली। इसके लिए दिल्ली और हरियाणा के सोनीपत में छापेमारी की गई लेकिन दोनों आरोपी भाइयों ने कोर्ट से अंतरिम जमानत ले ली है। कोर्ट ने इन्हें जांच ज्वाइन करने के निर्देश दिए हैं। 

जांच में सहयोग नहीं किया तो हो सकती है गिरफ्तारी
सीआईडी ने आरोपियों को अब 6 मार्च तक बागवानों की हड़पी गई करीब 6 करोड़ की धनराशि लौटाने को कहा है। अंतरिम जमानत के दौरान आरोपियों को जांच में पूरा सहयोग करना होगा अन्यथा बाद में उनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है। आरोपियों के नाम संजय त्यागी और दीपक त्यागी हैं। इन्होंने वर्ष 2021 में जेजेएफ फर्म बनाई। 150 बागवानों से सेब तो खरीद लिया परंतु करोड़ों रुपए नहीं दिए। ये काफी समय से हिमाचल से फरार चल रहे थे। कभी आगरा, कभी सोनीपत तो कभी दिल्ली में रहते थे। दिल्ली में आढ़त भी चलाते थे। बाकी आरोपियों को पकड़ने के लिए कई राज्यों में छापेमारी की कार्रवाई चल रही है। 

ये हैं राडार पर
60 आढ़ती स्टेट सीआईडी की एसआईटी के राडार पर आ गए हैं। आरोप है इन आढ़तियों, कारोबारियों ने 60 करोड़ से अधिक की मोटी धनराशि हड़पी है। पिछले दिनों भी सीआईडी ने आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र आदि राज्यों का रुख किया था। ये बार-बार अपना ठिकाना बदल रहे हैं। डिफाल्टर घोषित होने से बचने और पकड़ में न आने को अपनी फर्मों का नाम बदल देते हैं। कहीं अपने नाम तो कहीं परिवार वालों के नाम से कारोबार करने लगे हैं।

इन राज्यों के हैं आरोपित 
फरार आरोपी आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, बिहार, मध्यप्रदेश, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा आदि राज्यों के हैं। इसके अलावा कइयों का संबंध हिमाचल प्रदेश से हैं। राज्य के आरोपी आढ़ती यहां से तो फरार चल रहे हैं, लेकिन दूसरे राज्यों में फलों का कारोबार कर रहे हैं।

क्या है मामला
पिछले काफी समय में सेब बागवानों के गाढ़े खून-पसीने की कमाई पर डाका डालने के मामले में सीआईडी की एसआईटी.जांच कर रही है। अब तक 145 एफआईआर दर्ज हैं। इनमें से 90 से अधिक मामलों में चार्जशीट कोर्ट में दाखिल हो चुकी है जिनमें डकारी गई धनराशि रिकवर हुई है, उनमें क्लोजर रिपोर्ट बनाई गई। सीआईडी प्रभावितों को 25 करोड़ से अधिक की धनराशि रिकवर करवाने में सफल रही है। जबकि मौखिक शिकायतों के आधार पर भी इतनी ही धनराशि रिकवर हुई है। इन मामलों में 40 से अधिक आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। 

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Content Writer

Vijay

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