मणिमहेश यात्रा पर लगाई रोक, पत्थरों की चपेट में आने से श्रद्धालु की मौत, फंसे हजारों भक्त

punjabkesari.in Thursday, Aug 14, 2025 - 03:24 PM (IST)

हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने उत्तर भारत की प्रसिद्ध मणिमहेश यात्रा पर अस्थायी रोक लगा दी है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हड़सर से आगे की यात्रा पूरी तरह से बंद कर दी है। इस बीच, यात्रा पर निकले जम्मू-कश्मीर के एक श्रद्धालु की दुर्भाग्यपूर्ण मौत हो गई, जिससे श्रद्धालुओं में दहशत का माहौल बन गया है।

मृतक की पहचान 41 वर्षीय देवेंद्र सिंह के रूप में हुई है, जो जम्मू-कश्मीर के डोडा गांव के रहने वाले थे। यह दुखद घटना तब हुई जब धनछो के पास गुईनाला में पहाड़ी से गिरे पत्थर की चपेट में आने से उनकी जान चली गई। 16 अगस्त को जन्माष्टमी के अवसर पर छोटा न्हौण (स्नान) के लिए हजारों श्रद्धालु मणिमहेश झील की ओर जा रहे थे, लेकिन यात्रा पर रोक लगने और रास्ते बंद होने के कारण वे बीच में ही फंस गए हैं।

हाईवे पर मुश्किलों का सामना

भारी बारिश की वजह से चंबा-भरमौर राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई जगहों पर भूस्खलन और पत्थर गिरने की घटनाएं हुई हैं, जिससे श्रद्धालुओं को घंटों जाम में फंसे रहना पड़ रहा है। प्रशासन के अनुसार, लगातार बारिश के कारण सड़क के कई हिस्सों में मलबा और बड़े-बड़े पत्थर गिर रहे हैं, जिससे पैदल यात्रियों और वाहन चालकों की जान को खतरा है। जगह-जगह जाम की स्थिति को देखते हुए, जेसीबी मशीनों की मदद से रास्ते को साफ करने का प्रयास किया जा रहा है।

प्रशासन ने जारी की चेतावनी

उपायुक्त चंबा मुकेश रेप्सवाल ने सभी श्रद्धालुओं और आमजन से अपील की है कि मौसम में सुधार होने तक यात्रा पर न निकलें और अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता दें। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि चंबा मुख्यालय से आगे जाने वाले सभी यात्रियों को रोक दिया गया है, और बिना अनुमति के किसी को भी हड़सर से ऊपर जाने की इजाज़त नहीं है।

प्रशासन ने यात्रा मार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। पुलिस और प्रशासनिक दल लगातार स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं। भूस्खलन के खतरे को देखते हुए, यात्रियों से अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। किसी भी आपात स्थिति में श्रद्धालु जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के टोल-फ्री नंबर 98166-98166 या 1077 पर तुरंत संपर्क कर सकते हैं।

श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था

जिन श्रद्धालुओं को यात्रा रोके जाने के कारण रुकना पड़ा है, उनके लिए हड़सर और आसपास के क्षेत्रों में अस्थायी आश्रयों और धर्मशालाओं में ठहरने की व्यवस्था की जा रही है। प्रशासन ने साफ कर दिया है कि यह यात्रा तभी दोबारा शुरू की जाएगी जब मौसम साफ हो जाएगा और सभी मार्ग पूरी तरह से सुरक्षित हो जाएंगे। हर साल हजारों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र रहने वाली यह यात्रा इस बार लगातार खराब मौसम की चपेट में आ गई है।


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Content Editor

Jyoti M

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