Himachal: पाकिस्तान परस्त तुर्की के खिलाफ हिमाचल में फैला आक्रोश, सेब आयात पर बैन की उठी मांग

punjabkesari.in Wednesday, May 14, 2025 - 05:28 PM (IST)

हिमाचल डैस्क: भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के दौरान जिस तरह तुर्की विरोधी देश के साथ खड़ा हुआ, उसे देखते हुए केंद्र सरकार ने तुर्की को सबक सिखाने की तैयारी कर ली है। इसी कड़ी में हिमाचल प्रदेश भी तुर्की के विरोध में खड़ा हो गया है। मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार मीडिया, नरेश चौहान ने केंद्र सरकार से तुर्की से भारत में सेब के आयात पर तत्काल रोक लगाने का आग्रह किया है। उन्होंने यह भी कहा कि वे मुख्यमंत्री से इस मामले को प्रधानमंत्री के समक्ष उठाने का अनुरोध करेंगे। उनका मानना है कि तुर्की का पाकिस्तान के प्रति समर्थन भारत के हितों के खिलाफ है और इसलिए, तुर्की के साथ व्यापारिक संबंधों पर पुनर्विचार करना आवश्यक है।

लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने भी इस मुद्दे पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि तुर्की से सेब का आयात हिमाचल प्रदेश के बागवानों के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है, क्योंकि इससे उन्हें सीधा नुक्सान होता है। उन्होंने यह भी कहा कि तुर्की ने तनाव के इस दौर में पाकिस्तान का समर्थन किया है, चाहे वह ड्रोन की सहायता हो या तकनीकी सहायता। ऐसे में वह केंद्र सरकार के साथ तुर्की से सेब के आयात पर प्रतिबंध लगाने या आयात शुल्क बढ़ाने का मुद्दा उठाएंगे। 

वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और विधायक कुलदीप सिंह राठौर ने कहा है कि भारत को तुर्की से सेब और अन्य सामान के आयात पर तुरंत प्रतिबंध लगाना चाहिए। वहीं हमारे देशवासियों को इस कृतघ्न देश को सबक सिखाने के लिए पर्यटन और उसके सामान का बहिष्कार करना चाहिए। राठौर ने कहा कि जब तुर्की में विनाशकारी भूकंप आया था, तब भारत ने एनडीआरएफ और सहायता को भेजा था। इस तरह की सहायता भेजकर भारत ने ऑप्रेशन दोस्त शुरू किया था। भारत ने मलबे में फंसे लोगों की मदद के लिए गरुड़ एयरोस्पेस ड्रोन भेजे और दवा व भोजन ले जाने के लिए मॉडिफाइड किसान ड्रोन भेजे। अब उसी कृतघ्न देश ने ऑप्रेशन दोस्त के लिए धन्यवाद देने के बजाय भारत की पीठ में छुरा घोंपा है। संकट की घड़ी में मदद पाने वाले तुर्की ने पाकिस्तान को सैन्य सहायता प्रदान  कर भारत देश के साथ विश्वासघात किया है, जिसे कभी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी इस मामले को केंद्र सरकार के समक्ष उठाने का आश्वासन दिया है। उन्होंने प्रधानमंत्री के उस बयान का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि "खून और पानी साथ-साथ नहीं बह सकते"। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के बागवानों के हितों की रक्षा करना उनकी सरकार का कर्तव्य है और वे इस मुद्दे पर केंद्र सरकार से आवश्यक कार्रवाई करने का आग्रह करेंगे।

हिमाचल प्रदेश के किसानों और बागवानों ने भी तुर्की से सेब के आयात पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है। उनका कहना है कि जो देश के साथ गद्दारी करेगा, उसके साथ व्यापार किसी भी सूरत में नहीं किया जा सकता। उन्होंने तुर्की के उत्पादों के बहिष्कार का आह्वान किया है और सरकार से इस मामले में सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। 

 


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Vijay

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