Kullu: 2 माह बाद साहसिक गतिविधियां शुरू, पैराग्लाइडिंग साइटों पर लौटने लगी रौनक
punjabkesari.in Monday, Sep 16, 2024 - 05:24 PM (IST)
कुल्लू (गौरीशंकर): 2 माह बाद जिलाभर के साहसिक पर्यटन स्थलों पर रौनक लौट आई है, यहां आने वाले सैलानी अब आसमान में उड़ने और ब्यास की लहरों में रोमांच का सफर कर सकेंगे। पर्यटन विकास विभाग ने 2 महीनों के लिए साहसिक खेलों पर लगा प्रतिबंध हटा दिया है जिस कारण सोमवार से जिला में साहसिक गतिविधियां शुरू हो गई हैं। गौरतलब है कि विभाग ने मौसम को देखते हुए और बरसात में नदियों का जल स्तर बढ़ने के चलते 15 जुलाई से यह प्रतिबंध लगा रखा था लेकिन अब मौसम थम जाने और नदियों का जल स्तर कम होते ही 16 सितम्बर से नदियों में राफ्टिंग और पैराग्लाइडिंग साइटों में पैराग्लाइडिंग करने की अनुमति दे दी है। ऐसे में सोमवार से पैराग्लाईडिंग और राफ्टिंग आदि सहासिक खेलों का क्रम शुरू हो गया है।
साहसिक खेलों पर से प्रतिबंध हटने के बाद 9 पैराग्लाइडिंग साइटों पर रौनक लौटने लगी है। हालांकि पहले दिन सैलानियों की अधिक संख्या नहीं दिखी लेकिन कुछ साइटों पर सैलानियों ने पहले दिन उड़ान भरी। जिला में सोलंगनाला, मझाच, मढ़ी, रायसन, नांगाबाग व गड़सा ढालपुर आदि अधिकृत पैराग्लाइडिंग साइटें हैं जिसमें अधिकतर में पैराग्लाइडरों ने गतिविधियां शुरू कर दी हैं जबकि कुछ में पर्यटक न होने के कारण शुरू नहीं हो पाई है लेकिन पैराग्लाइडरों ने उड़ान भरने की पूरी तैयारियां कर ली है। राफ्टिंग और पैराग्लाइडिंग गतिविधियां शुरू होने से 2 हजार से अधिक युवा अपने रोजगार पर लौट गए हैं।
जिला में राफ्टिंग गतिविधियां करवाने के लिए 700 राफ्टरों ने अपना पंजीकरण करवाया है जिन्हें गाइड का लाइसैंस मिला है, जबकि 500 से अधिक पायलटों को पैराग्लाइडिंग करवाने के लिए लाइसैस जारी किए गए हैं। ऐसे में 1200 से अधिक युवाओं के साथ साथ राफ्टिंग और पैराग्लाइडिंग गतिविधियों से जुडे़ अन्य युवाओं को मिलाकर दो हजार से अधिक युवा रोजगार पर लौट गए हैं। जिला पर्यटन विकास अधिकारी सुनयना शर्मा के अनुसार 2 महीनों के बाद साहसिक गतिविधियों से प्रतिबंध हटा दिया गया है और अब साहसिक गतिविधियां शुरू हो गई हैं। इससे पर्यटक इन गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं।
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