4 बच्चे, सभी दृष्टि बाधित, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

punjabkesari.in Wednesday, Dec 01, 2021 - 11:43 PM (IST)

फतेहपुर (कांगड़ा) (संजीव खट्टा): एक तरफ गरीबी तो दूसरी ओर एक साथ परिवार के 3 बेटे व एक लड़की जन्म से दृष्टि बाधित। बस एक मां है, जिसके लिए दिन और रात एक जैसे हैं। फतेहपुर क्षेत्र के सीमावर्ती हलके के गांव माजरा में एक ही परिवार के सभी 4 बच्चे जन्म से दृष्टि बाधित हैं। सभी की एक प्रतिशत भी आंखों की रोशनी नहीं है। इस परिवार की बस जैसे-तैसे जिंदगी कट रही है। बच्चों की माता काजल ने बताया कि सभी बच्चों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज करवाया, मगर किसी भी बच्चे की आंखों की रोशनी नहीं आई। बच्चों की माता ने बताया कि परिवार का पालन-पोषण करना पहाड़ जैसा हो गया है।

पिता मेहनत मजदूरी कर पाल रहा परिवार

पिता अर्जुन मेहनत मजदूरी करके परिवार का पालन-पोषण कर रहा है। मगर वो भी आखिर हालात से कितना लड़े। काजल ने बताया कि उसका पूरा दिन चारों बच्चों को संभालने में ही व्यतीत हो जाता है। माजरा गांव के लोगों ने बताया कि उक्त परिवार बहुत ही गरीब है। उन्होंने कहा कि इस परिवार को हिमाचल सरकार से प्राथमिकता के आधार पर हरसंभव सहायता मिलनी चाहिए, ताकि यह परिवार बच्चों का पालन-पोषण कर सके। इंदौरा के भाजपा नेता एवं औद्योगिक क्षेत्र के चेयरमैन मनोहर धीमान ने बताया कि दृष्टि बाधित बच्चों को सरकार की तरफ  से पैंशन सुविधा उपलब्ध करवा दी गई है। शीघ्र इस परिवार को सरकार की तरफ से हरसंभव सहायता प्रदान करेंगे।

दिव्यांग बच्चों के स्कूलों में कई चक्कर काटे मगर वापस लौटाया

बच्चों की माता काजल ने बताया कि उन्होंनेे सरकार द्वारा चलाए जा रहे शिमला व सुंदरनगर स्थित दिव्यांग बच्चों के स्कूलों में अपने बच्चों को दाखिल करने के लिए कई चक्कर काटे, मगर हर बार सीट खाली न होने के कारण वापस लौटा दिया गया।  दिव्यांग प्रदेश संघ के अध्यक्ष तरसेम लाल ने बताया कि वह भी इन चारों बच्चों को लेकर कई बार दिव्यांग स्कूल शिमला व सुंदरनगर गए थे लेकिन सीट खाली न होने के कारण हर बार मायूस होकर वापस लौटना पड़ा।

हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Vijay

Recommended News

Related News