IGMC के ऑर्थो विभाग के 2 डॉक्टर Chargesheet, जानिए क्या है मामला

punjabkesari.in Sunday, Sep 15, 2019 - 08:28 PM (IST)

शिमला: आई.जी.एम.सी. के ऑर्थो विभाग में सामान की खरीददारी में खामियां पाई जाने को लेकर 2 डॉक्टरों को चार्जशीट किया गया है। यह बात स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार ने शिमला में आयोजित प्रैस वार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा कि आई.जी.एम.सी. के ऑर्थो के सामान की खरीददारी को लेकर उनके पास शिकायत आई थी, ऐसे में मामले को लेकर जांच बिठाई गई है। ऑर्थो विभाग का ऑडिट हो रहा है। अगर कोई भी डॉक्टर सामान की खरीददारी में खामियां बरतने पर संलिप्त पाया गया तो उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। ऑर्थो विभाग का जो ऑडिट चल रहा है, उसकी रिपोर्ट एक हफ्ते के अंदर आ जाएगी। रिपोर्ट आने के बाद कई डॉक्टरों पर गाज गिर सकती है।

आयुष्मान योजना के कार्ड पर सामान न खरीदने का है आरोप

स्वास्थ्य विभाग ने जिन 2 डॉक्टरों को चार्जशीट किया है, वे आई.जी.एम.सी. के ऑर्थो विभाग में सेवाएं दे रहे हैं। इन डॉक्टरों पर आयुष्मान योजना के कार्ड पर सामान न खरीदने का आरोप है। आई.जी.एम.सी. की अगर बात की जाए तो यहां पर डॉक्टरों पर कई आरोप लग चुके हैं तभी विभाग भी सतर्क हुआ है। विभाग को इस बात की सूचना मिली थी कि मरीज के ऑप्रेशन के लिए जो सामान लगता है, कुछ डॉक्टर अपने लेवल पर उसे खरीद रहे हैं। आरोप है कि डॉक्टर इसमें कमीशन भी लेते हैं। मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में ऑडिट करवाया है।

ऑर्थो ओ.टी. में खुल चुकी हैं दुकानें

बता दें कि आई.जी.एम.सी. के ऑर्थो ओ.टी. में इन दिनों दुकानें खुल चुकी हंै। चंडीगढ़ से विक्रेता सामान लेकर आते हैं और वे सीधे ओ.टी. में बैठ जाते हैं। ऑप्रेशन करने वाले हर डॉक्टर के साथ इनके लिंक होते हैं। मरीज का जब ऑप्रेशन होता है तभी तीमारदारों को बताया जाता है कि आपके मरीज में इतने पैसे की स्टेंट या फिर प्लेट्स डली है। ऑप्रेशन थियेटर में ही तीमारदारों से सामान के पैसे लिए जाते हैं। ये पैसे वे विके्रता लेते हैं जो चंडीगढ़ से आते हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने दावा किया है कि इन सभी मामलों को लेकर कार्रवाई चल रही है तथा दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई होगी।

20 सितम्बर को होगा तीसरा किडनी प्रत्यारोपण

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आई.जी.एम.सी. में तीसरा किडनी प्रत्यारोपण 20 सितम्बर को होगा। यह ऑप्रेशन मुख्यमंत्री चिकित्सक कोष द्वारा किया जाएगा। मंत्री ने कहा कि हमने केंद्र सरकार से मांग उठाई है कि किडनी के ऑप्रेशन भी हिमकेयर और आयुष्मान कार्ड पर हों। इससे पहले आई.जी.एम.सी. में 12 अगस्त को पहली बार हिमाचल में किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था। इस दौरान दोनों मरीजों का किडनी ट्रांसप्लांट नि:शुल्क हुआ था।

एम्स के डॉक्टरों की निगरानी में ही होंगे किडनी ट्रांसप्लांट

उन्होंने कहा कि एक मरीज का किडनी ट्रांसप्लांट करने के लिए 3 से 7 लाख के बीच खर्चा आता है। कोशिश की जा रही है कि किडनी ट्रांसप्लांट के मरीजों के लिए शीघ्र ही सरकार बेहतरीन निर्णय लेगी, जिससे किडनी ट्रांसप्लांट भी नि:शुल्क होगा। अभी किडनी ट्रासप्लांट एम्स के डॉक्टरों की निगरानी में ही होंगे। 20 के करीब कैसिज एम्स के डॉक्टरों की निगरानी में ही होंगे। उसके बाद आई.जी.एम.सी. के डॉक्टर स्वयं ऑप्रेशन करेंगे। जैसे-जैसे मरीज आई.जी.एम.सी. में आएंगे, तभी एम्स से डॉक्टरों की टीम आती रहेगी।

उपकरण घोटाले की जांच जारी

आयुर्वेदा में उपकरण घोटाले की जांच को लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हमने गंभीरता से कार्रवाई की है। इस मामले में क्रय समिति के 3 सदस्यों को भी निलंबित किया गया है। दोषियों को बिल्कुल भी बख्शा नहीं जाएगा। मामले की जांच जारी है और इसी मामले में आयुर्वेदा के निदेशक को भी चार्जशीट किया है।


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Vijay

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