भोरंज में चरस को लेकर बवाल, लोगों ने किया चक्का जाम

punjabkesari.in Thursday, Sep 08, 2016 - 01:31 AM (IST)

भोरंज: भोरंज में दुकान से चरस मिलने को लेकर खूब बवाल मच गया। लोगों ने विरोध करते हुए चक्का जाम कर दिया। दरअसल बिरड़ी-बलोह कस्बे में सब्जी व चिकन की दुकान करने वाले बिरड़ी-बलोह निवासी राकेश कुमार (सरदार) ने बताया कि बुधवार करीब 2 बजे भोरंज पुलिस की टीम एसआई अवतार सिंह व कुछ पुलिस कर्मियों व स्थानीय पंचायत के उपप्रधान को लेकर उनकी दुकान में आए और दुकान की तलाशी लेने लगे। पुलिस ने दुकान व निचली मंजिल में मुर्गीखाने की तलाशी ली। मौके पर पुलिस को कुछ न मिलने पर पुलिस ने कहा कि आज केस तो बनता है।

 

दुकानदार ने आरोप लगाया कि थोड़ी ही देर में एसआई ने एक लिफाफा उठाया और कहा कि इसमें कुछ है। दुकानदार ने आरोप लगाया कि यह लिफाफा उसका नहीं है। पुुलिस ने जब लिफाफे में चरस निकाल कर दिखाई तो पुलिस टीम ने उसके साथ मारपीट की व उठाकर ले चले, जिसका उसकी पत्नी व मौके पर मौजूद उपप्रधान राकेश कुमार व अन्य लोगों ने विरोध किया और कहा कि यह लिफाफा उनका नहीं है। मौके पर मचा हल्ला सुनकर  स्थानीय दुकानदार व लोग एकत्रित हो गए और पुलिस के विरोध में सड़क बंद कर दी, जिस पर थाना प्रभारी मुकेश कुमार, डीएसपी अशोक वर्मा, एसडीएम एसके पराशर, तहसीलदार भोरंज मौके पर पहुंच गए।

 

स्थानीय लोगों ने चक्का जाम किया व उक्त एसआई व पुलिस टीम के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग करने लगे। ग्रामीणों की शिकायत पर डीएसपी अशोक वर्मा ने उक्त एस.आई. व टीम के खिलाफ विभागीय कार्रवाई अमल में लाए जाने का आश्वासन दिया और मौके पर मौजूद लोगों के बयान कलमबद्ध किए, तब जाकर अधिकारियों के मनाने पर ग्रामीणों ने करीब 3 घंटे के बाद सड़क को खोला व यातायात बहाल किया।

 

एसआई ने निकाला लिफाफा : उपप्रधान
स्थानीय पंचायत उपप्रधान कैहरवीं राकेश कुमार का कहना है कि पुलिस ने उन्हें फोन पर उक्त दुकान में छापेमारी करने के लिए साथ चलने के लिए कहा था। उनके सामने पुलिस ने जबरन मामला बनाने की कोशिश की व मारपीट भी हुई। तलाशी में पुलिस को कुछ भी नहीं मिलने पर एसआई ने एक लिफाफा निकाला और कहा कि यह उनकी चरस है। देखते ही देखते पूरी टीम राकेश कुमार पर झपट पड़ी व उठाकर ले जाने लगी, जिसका उन्होंने व अन्य ग्रामीणों डा. सोमदत्त व जय करण इत्यादि ने विरोध किया कि यह सब गलत है।

 

एसडीएम भोरंज एसके पराशर ने कहा कि भोरंज पुलिस वहां पर छापेमारी करने गई थी। लोगों का आरोप है कि पुलिस ने स्वयं ही चरस दुकान में रख दी थी जिसके विरोध में जनता ने चक्का जाम कर दिया था। उन्होंने मौके पर जाकर लोगों को आश्वासन दिया कि इस मामले में पूरी छानबीन की जाएगी तथा उनके साथ कोई भी अन्याय नहीं होगा, जिसके बाद स्थानीय जनता ने उक्त मार्ग को खोल दिया। दुकान के अंदर चरस कहां से आई इसके बारे पुलिस अधिकारी ही बता पाएंगे।


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