हिमाचल में अब चुनाव परिणाम आने के बाद होगी बागियों पर कार्रवाई

punjabkesari.in Sunday, Dec 10, 2017 - 01:32 AM (IST)

शिमला: राज्य के 2 प्रमुख राजनीतिक दल कांग्रेस और भाजपा बागियों पर चुनाव परिणाम आने के बाद ही कार्रवाई करेंगे। इसके लिए दोनों दलों के नेता 18 दिसम्बर को चुनावी नतीजों का इंतजार कर रहे हैं, जिसके बाद काली भेड़ों को तलाशा जाएगा। चुनाव के बाद कांग्रेस-भाजपा दोनों में घमासान मचा हुआ है। इनमें से सबसे अधिक घमासान कांग्रेस में मचा है, जिसमें अब तक 52 नेताओं को निष्कासित किया गया है और 10 की नियुक्तियां रद्द हुई हैं। हालांकि पूर्व विधायक योगराज को फिर प्रदेश उपाध्यक्ष नियुक्त कर दिया है। भाजपा में करीब 10 नेताओं का निष्कासन हुआ है। इसके अलावा मंडल स्तर पर भाजपा की तरफ से शिमला संसदीय क्षेत्र में किए गए निष्कासनों को रद्द किया गया है, ऐसे में नेताओं के निष्कासन व अनुशासनात्मक कार्रवाई को लेकर दोनों दलों में तालमेल की कमी नजर आई है। कांग्रेस में कुछ नेताओं के निष्कासन से मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह भी संतुष्ट नहीं हैं। वह चुनाव से पहले भी पार्टी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा चुके हैं। इसके विपरीत भाजपा में हालात सामान्य हैं लेकिन मंडल स्तर पर हुए निष्कासनों को लेकर पार्टी के भीतर सवाल उठे हैं। इस कारण पूर्व मंत्री श्यामा शर्मा सहित अन्य नेताओं के निष्कासन को भाजपा ने रद्द किया है। 

मतदान के बाद कांग्रेस में क्या हुआ
विधानसभा चुनाव के लिए हुए मतदान के बाद कांग्रेस में करीब 52 नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाया गया है। इतना ही नहीं, चुनाव के दौरान भितरघात से बचने के लिए कांग्रेस ने पहले 10 नेताओं को नियुक्तियां दीं। मतदान प्रक्रिया पूरी होने के बाद कांग्रेस ने इन नियुक्तियों को यह कहते हुए रद्द कर दिया कि इसका अनुमोदन पार्टी हाईकमान ने नहीं किया था। इसमें चुनाव से पहले पूर्व मंत्री सत्य प्रकाश ठाकुर को प्रदेश महासचिव, पूर्व विधायक योगराज को महासचिव, पूर्व विधायक सुरेंद्र पाल ठाकुर को महासचिव, देवेंद्र बुशहरी को प्रवक्ता, धीरेंद्र सिंह चौहान को सचिव, पुष्पराज शर्मा को प्रवक्ता, चंद्र सेन को जिला कांग्रेस कमेटी उपाध्यक्ष, मान चंद ठाकुर को जिला कांग्रेस कमेटी सचिव, राजिंद्र मोहन को ब्लाक कांग्रेस कमेटी मंडी अध्यक्ष और दामोदर सिंह को ब्लाक कांग्रेस कमेटी नाचन (निष्कासित) के अध्यक्ष का दायित्व सौंपा था। कांग्रेस बागियों की एक और सूची जारी करने वाली थी लेकिन बाद में इसे चुनाव परिणाम आने तक टाल दिया गया है।

भाजपा में रद्द की गई हैं 10 नियुक्तियां 
भाजपा में करीब 10 नियुक्तियां बगावत के चलते रद्द हुई हैं। इसके बाद मंडल स्तर पर निष्कासन और निलंबन पर पार्टी के भीतर भी बवाल मचा। इस बवाल के बाद हिमाचल प्रदेश भाजपा के प्रदेश महामंत्री चंद्रमोहन ठाकुर ने शिमला संसदीय क्षेत्र में मंडल अध्यक्षों की तरफ से किए गए निष्कासन व निलंबन को निरस्त करने की बात कही। उन्होंने यह भी कहा कि सभी मंडल अध्यक्ष निष्कासन संबंधी कोई भी कार्रवाई प्रदेशाध्यक्ष की संस्तुति के बगैर नहीं कर सकेंगे। पार्टी ने मंडल स्तर से बागियों की रिपोर्ट जरूर मांगी है लेकिन इस पर कार्रवाई 18 दिसम्बर को चुनाव परिणाम आने के बाद करने की बात कही है। इस तरह भाजपा में कांग्रेस की अपेक्षा बगावत कम नजर आ रही है। भाजपा प्रदेश में सत्ता वापसी की उम्मीद लगाए बैठी है। लिहाजा ऐसे में हर कदम को फूंक-फूंक कर रखा जा रहा है।  

इधर... पूर्व विधायक योगराज को उपाध्यक्ष नियुक्त किया
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी की तरफ से पूर्व विधायक योगराज को प्रदेश उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। प्रदेश प्रवक्ता संजय सिंह चौहान के अनुसार ए.आई.सी.सी. महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी सुशील कुमार शिंदे के अनुमोदन के बाद योगराज को उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले चुनाव के समय योगराज को प्रदेश महासचिव नियुक्त किया गया था। उनके साथ 10 अन्य नियुक्तियों को भी रद्द किया गया था, जिनमें से योगराज की उपाध्यक्ष के पद पर एक बार फिर से नियुक्ति की गई है।


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