बच्चे की तलाश में गुर्रा रही मादा तेंदुआ, खौफनाक दहाड़ों से डरे ग्रामीण

punjabkesari.in Friday, Dec 08, 2017 - 04:24 PM (IST)

भोरंज: 2 दिसंबर को भोरंज की गरसाहड़ पंचायत के मैरा ककरोल में अवैध शिकार के लिए लगाई गई कड़ाकी में फंसे करीब 5 माह के शावक को पकड़ लिया है। गोपालपुर चिड़ियाघर से रैस्क्यू करने वाली वन विभाग की टीम ने इसे बेहोश कर (कांगड़ा) ले गई है। बताया जाता है कि अपने शावक की तलाश में मैरा ककरोल के साथ लगते गांवों में शाम होते ही मादा तेंदुआ ने अपनी खौफनाक दहाड़ों से ग्रामीणों में दहशत पैदा कर रखी है। आलम इस कदर बन गया कि क्षेत्र के लोगों ने अकेले घरों से निकलना व शाम होते ही घर से बाहर जाना बंद कर दिया था। 


स्कूल में जाने वाले बच्चों को भी लोग अकेले भेजने से कतरा रहे
ग्रामीणों हेमराज, दीप चंद, रणजीत, श्याम लाल, हेमराज, चैन सिंह, राजकुमार, प्रीतम चंद व पुरुषोत्तम चंद इत्यादि ने बताया कि शाम ढलते ही मादा तेंदुआ रिहायशी कस्बों के समीप आ जाती है और जोर-जोर से दहाड़ने लगती है, जिससे न केवल लोगों को अपने मवेशियों को चारा लाने व अन्य रोजमर्रा के कार्यों में बाधा हो रही है। स्कूल में जाने वाले बच्चों को भी लोग अकेले भेजने से कतरा रहे हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग से मैरा ककरोल के समीप पिंजरा लगाने की मांग की है ताकि मादा तेंदुआ किसी को हानि न पहुंचा सके। 


सावधान रहें लोग
वन विभाग टीम के वन रक्षक योगराज व नरेश कुमार ने बताया कि विभाग की टीम लगातार उक्त कस्बों के ग्रामीणों को मादा तेंदुए से बचाने, अकेला घरों से बिल्कुल भी न निकलने के बारे में सचेत कर रही है। मादा तेंदुए के साथ एक अन्य शावक भी है। वह 5-6 माह का है। कुछ दिनों तक क्षेत्र के लोगों को बहुत ज्यादा अलर्ट रहने की आवश्यकता है। मादा तेंदुआ 15 से 30 किलोमीटर तक अपने शावक की तलाश में जा सकती है। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News