प्राकृतिक आपदा टालने के लिए किया चौंसठ देव कन्याओं का पूजन

punjabkesari.in Sunday, Jun 06, 2021 - 10:16 PM (IST)

कुल्लू (धनी राम): देवभूमि कुल्लू में विभिन्न देवी-देवता कोरोना महामारी व अन्य आपदा को टालने के लिए सूक्ष्म विधि से पूजन कर रहे हैं, वहीं कई देवी-देवता ऊंचे पहाड़ों में स्थित चौंसठ देव कन्याओं को प्रसन्न कर रहे हैं। बंजार घाटी के कोठी, गोपालपुर व पलदी बड़ाग्रां के गढ़पति देवता छमाहूं नाग प्राकृतिक आपदा के निवारण के लिए बूंगा जोत रवाना हो गए हैं। बूंगा में चौंसठ योगिनी देव कन्याएं माता जोगनियों का शुद्ध तथा पवित्र स्थान है। इस दैवीय स्थल पर दूर-दूर से अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए कई किलोमीटर का सफर तय कर लोग यहां पहुंचते हैं। सैंज घाटी के कोठी बनोगी के देवी-देवता भी माता चौंसठ योगनियों से देव मिलन में शिरकत करते हैं।

यह है मान्यता

यहां पर जोगनियों का एक अद्भुत पत्थर है, जिसे एक अद्भुत अनोखी दैवीय शक्ति एवं दैवीय कृपा से जाना जाता है। मान्यता है कि इसके दर्शन मात्र से ही मानव के कष्ट मिट जाते हैं। देवलुओं के अनुसार हारियान क्षेत्र में जब भी आपदा आती है तो सबसे पहले देवलू देवता के साथ बूंगा जोत पहुंचते हैं। घाटी के देवलुओं देवराज, आत्मा राम, तेज राम, दिले राम व गिरधारी लाल आदि ने कहा कि हालांकि हारियान जोगणी पत्थर के ऊपर जाने पर सहमत नहीं थे, लेकिन देवता के आदेशों का पालन करना अनिवार्य था। उन्होंने कहा कि देवता ने हारियान क्षेत्र में प्राकृतिक विपदाओं को टालने की भविष्यवाणी की है और देव कार्य को न करने पर अनहोनी होने का भी संकेत दिया है।


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Vijay

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