भोले की नगरी में ऐसे ठिकाने लग रहा कूड़ा, पर्यावरण को नुक्सान के साथ आस्था को पहुंच रही ठेस

punjabkesari.in Thursday, Nov 28, 2019 - 07:16 PM (IST)

पालमपुर (मुनीष दीक्षित): बेशक पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सरकार कई योजनाएं चला रही हो लेकिन कूड़े-कचरे का सही निष्पादन न होने के कारण हिमाचल में पर्यावरण को खासा नुक्सान हो रहा है। सही डंपिंग साइट न होने के कारण कूड़े-कचरे को ऐसे स्थानों में फैंका जा रहा है जहां नदी-नालों को भी नुक्सान पहुंच रहा है। यह नजारा है हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा के बैजनाथ का, जहां रोजाना भारी मात्रा में बैजनाथ-पपरोला नगर पंचायत के कूड़े-कचरे को खुले में फैंका जा रहा है और यहीं से यह कचरा स्वच्छ जल के लिए प्रसिद्ध बिनवा नदी में पहुंच रहा है।
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हैरानी की बात यह है कि जिस स्थान पर कूड़ा-कचरा फैंका जा रहा है, उस स्थान के करीब ही बैजनाथ का ऐतिहासिक शिव मंदिर भी है और मिनी हरिद्वार के नाम से प्रसिद्ध खीर गंगा घाट भी। इसी स्थान के ठीक सामने साधु महात्माओं का एक बड़ा आश्रम भी है लेकिन अध्यात्म की इस नगरी में कूड़ा-कचरे के खुले में फैंके जाने से जहां पर्यावरण को नुक्सान हो रहा है, वहीं आस्था को भी ठेस पहुंच रही है।
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बता दें कि स्वच्छ जल के लिए प्रसिद्ध बिनवा नदी से कई पेयजल योजनाएं भी निकलती हैं, जिनसे लाखों लोग पानी भी पीते हैं। हालांकि एक साल पहले नगर पंचायत की अध्यक्ष बनी रुचि कपूर के प्रयासों से नई डंपिंग साइट का चयन तो हो गया है लेकिन स्टाफ की कमी से यहां अभी भी कूड़ा निष्पादन संयंत्र का कार्य शुरू नहीं हो पा रहा है।
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Vijay

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