Himachal: आपको भी आए ऐसी कॉल तो हो जाएं सावधान! शातिरों ने महिला से कुछ इस तरह ठग लिए 31.70 लाख

punjabkesari.in Thursday, May 08, 2025 - 11:03 AM (IST)

फतेहपुर: कांगड़ा जिला के फतेहपुर उपमंडल की रहने वाली महिला को एक ऐसी कॉल आई, जिससे वह ठगी का शिकार हो गई। शातिरों के बनाए जाल में महिला कुछ इस तरह फंसी कि 31.70 लाख रुपए की राशि गंवा बैठी। चौंकाने वाली बात यह है कि यह पूरी ठगी की वारदात एक ही दिन में अंजाम दी गई। ठगों ने महिला को बताया कि उसका आधार कार्ड मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में शामिल है, जिसके बाद उसे डरा-धमकाकर यह बड़ी रकम ऐंठ ली। पीड़ित महिला जो अपने बच्चों के साथ रहती है और अपने दिवंगत पति की पैंशन पर जीवन यापन करती है, ने बुधवार को साइबर क्राइम पुलिस थाना धर्मशाला में इस घटना की शिकायत दर्ज करवाई है।

पुलिस के अनुसार महिला को 5 मई को एक फोन आया, जिसमें कॉलर ने खुद को भारतीय रिजर्व बैंक का अधिकारी बताया। उस व्यक्ति ने महिला को झांसा दिया कि उसके नाम पर एक सिम कार्ड जारी हुआ है और उसका आधार कार्ड मनी लॉन्ड्रिंग के एक गंभीर मामले से जुड़ा हुआ है। धोखेबाजों ने यहीं नहीं रुके, बल्कि महिला से उसके बैंक खातों में जमा राशि और घर के सदस्यों तक की जानकारी हासिल कर ली।

आरबीआई का अधिकारी बनकर बात कर रहे ठगों ने महिला को बुरी तरह से डरा दिया और उसे एक बैंक खाते में पैसे जमा करने का निर्देश दिया। उन्होंने एक बैंक खाता नंबर भी दिया और कहा कि जमा की गई राशि की "जांच" की जाएगी। डर के मारे महिला ने अगले ही दिन, यानी 6 मई को पूरी 31.70 लाख की रकम उस खाते में ट्रांसफर कर दी। जब महिला को अपनी गलती का एहसास हुआ, तो उसने तुरंत बुधवार को साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। साइबर क्राइम पुलिस धर्मशाला के एएसपी प्रवीण धीमान ने बताया कि महिला की शिकायत पर तुरंत जांच शुरू कर दी गई है।

इस घटना के बाद पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे इस तरह के संदिग्ध कॉल से न डरें, बल्कि उनका मुकाबला करें। पुलिस ने सलाह दी है कि यदि आपको भी ऐसे धमकी भरे फोन आते हैं, तो घबराएं नहीं और तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराएं। किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ अपनी वित्तीय जानकारी सांझा न करें और न ही उनके द्वारा बताए गए किसी भी खाते में पैसे ट्रांसफर करें। यदि आपको कोई संदिग्ध मैसेज या ईमेल मिलता है तो उसे सबूत के तौर पर पुलिस को दें। वीडियो कॉल पर धमकाने की स्थिति में स्क्रीन रिकॉर्डिंग करने की सलाह दी गई है। पुलिस का कहना है कि डरने की बजाय सतर्कता और जागरूकता ही ऐसे अपराधों से बचाव का सबसे बड़ा हथियार है।
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Content Writer

Vijay

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