रोहिंग्या शरणार्थियों को काम पर रखने पर बिफरी VHP, सरकार को दी आंदोलन की चेतावनी

punjabkesari.in Friday, Jul 06, 2018 - 03:50 PM (IST)

शिमला (राजीव): शिमला में कूड़ा उठाने के लिए लाए जा रहे रोहिंग्या शरणार्थियों पर विवाद खड़ा हो गया। विश्व हिन्दू परिषद ने प्रदेश में किसी बड़ी साजिश की आशंका जताई है। विश्व हिन्दू परिषद ने शिमला में रोहिंग्या के पहुचने पर कहा कि पुलिस प्रशासन पूरी तरह से फेल हो गया है। शिमला नगर निगम ने शहर में कूड़ा एकत्रीकरण के लिए 5 वार्डों के काम को आऊटसोर्स किया है, जिसे लेकर कंपनी ने 40 कर्मचारी नियुक्त किए हैं। इनमें रोहिंग्याओं के अलावा देश के अन्य क्षेत्रों उत्तर प्रदेश व बिहार से लोगों को कूड़ा एकत्रित करने के लिए रखा गया है। ये लोग शिमला में घर-घर जाकर कूड़ा उठाएंगे। इसमें 22 के करीब राहिंग्या शरणार्थी भी शामिल हैं। फिलहाल ये रोहिंग्या शरणार्थी यहां काम देख कर वापस जम्मू परिवार को लेने के लिए गए हैं।


..तो सरकार के खिलाफ होगा आंदोलन
रोहिंग्या शरणार्थी को शिमला नगर निगम में कूड़ा के उठाने के काम पर रखने पर विश्व हिन्दू परिषद विरोध में उतर आई है। विश्व हिन्दू परिषद के हिमाचल प्रांत अध्यक्ष अमन पुरी ने कहा कि भारत सरकार रोहिंग्याओं को शरणार्थी न मानते हुए देश से बाहर भेजना चाहती है। वहीं हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में इन्हें काम पर रखा जा रहा है। अब प्रदेश की राजधानी में रोहिंग्याओं को लाया जा रहा है जो प्रदेश की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकती है। अगर प्रदेश सरकार मामले में कोई हस्तक्षेप नहीं करती है और रोहिंग्या मुसलमानों को वापस नहीं भेजा जाता है तो विश्व हिन्दू परिषद स्थानीय लोगों के साथ सरकार के खिलाफ आन्दोलन करेगी।


क्या कहती है शिमला पुलिस
वहीं जब इस बारे में डी.एस.पी. शिमला सिटी प्रमोद शुक्ला से बात की गई तो उनका कहना था कि मामला उनके ध्यान में है और ठेकेदार को बुला कर पूछा गया है, जिससे जानकारी मिली है की 4 लोगों को काम पर रखा गया था लेकिन ठेकदार को जानकारी नही थी कि वे रोहिंग्या मुसलमान हैं। डी.एस.पी. शिमला सिटी प्रमोद शुक्ला ने कहा कि ठेकदार ने बताया है कि वे जम्मू से आए थे और वापस वहीं चले गए हंै और अगर वे शिमला वापस आते है तो पुलिस उनकी जांच करेगी।  


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Vijay

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