वैष्णो देवी की तरह अब हिमाचल के इस मंदिर के प्रसाद में भी मिलेगा चांदी का सिक्का

punjabkesari.in Wednesday, Jun 13, 2018 - 02:28 PM (IST)

सोलन (अमित): अब हिमाचल के इस मंदिर के प्रसाद में भी वैष्‍णो देवी की तर्ज पर चांदी का सिक्का मिलेगा। ज‌िस पर माता शूलिनी देवी की प‌िंडी अंक‌ित होगी। यह सिक्का हिमाचल के माता शूलिनी में मिलेगा। इससे राज्य स्तरीय शूलिनी मेले में नया इतिहास जुड़ेगा। मेले के दौरान यह सिक्के लोगों को प्रसाद के साथ दिए जाएंगे। वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की तर्ज पर मां शूलिनी सेवा समिति ये सिक्के लोगों को देगी। इसलिए करीब 50 हजार सिक्के बनवाए जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार मां शूलिनी सेवा समिति पिछले करीब 32 वर्षो से इसकी शोभायात्रा के दौरान डाला उठाने का कार्य करती है। इसके अलावा शोभायात्रा के दौरान देवताओं की विभिन्न झांकियां भी यह समिति ही तैयार करवाती है। 


हर साल समिति लोगों के लिए कुछ न कुछ नया करती है। सिक्के पर माता का नाम सहित उनकी फोटो बनी होगी। इन सिक्कों को शुक्रवार को शोभायात्रा के दौरान प्रसाद के साथ बांटने का कार्य शुरू होगा। इसके बाद मेले के अगले 2 दिन सिक्के शनिवार व रविवार को गंज बाजार स्थिति दुर्गा माता मंदिर में प्रसाद के साथ दिए जाएंगे। समिति ने इस बार मेले में करीब 15 हजार सिक्के बांटने की योजना तैयार की। जबकि 50 हजार सिक्के बनवाए हैं। जरूरत पड़ने पर शेष बचे सिक्कों को भी बांटा जाएगा। मां शूलिनी सेवा समिति के प्रधान मंजुल अग्रवाल ने बताया कि वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की तर्ज पर मां शूलिनी मेले को यादगार बनाने के लिए इस साल से प्रसाद में चांदी के सिक्के बांटे जाएंगे। समिति करीब 50 हजार सिक्के बनवा रही है। 


आस्था से जुड़ा होगा
चांदी के सिक्के की कीमत से ज्यादा यह सिक्का आस्था से जुड़ा होगा। सोलन में मां शूलिनी सबकी आराध्य देवी हैं। कोई भी कार्य मां शूलिनी की कृपा से ही शुरू होता है। इस मंदिर में लोगों की आस्था न केवल सोलन बल्कि देश के अन्य हिस्सों में भी है। लोग मां शूलिनी के दर्शन करने दूर-दूर से आते हैं। 


बघाटी भाषा में होगा शूलिनी मेले का निमंत्रण पत्र
जिला प्रशासन ने सोलन की स्थानीय भाषा बघाटी को बढ़ावा देने के लिए नई पहल की है। इस बार राज्य स्तरीय शूलिनी मेले के निमंत्रण पत्र बघाटी भाषा में प्रकाशित किए जा रहे हैं। इससे पूर्व यह हिन्दी भाषा में ही प्रकाशित होते थे। शहर के आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों में बघाटी भाषा ही बोली जाती है। इसका काफी महत्व है। इस भाषा के प्रसार के लिए काम भी हो रहा है। कार्ड के माध्यम से बघाटी भाषा के प्रसार को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। महामहिम राज्यपाल, मुख्यमंत्री व अन्य गण्यमान्य व्यक्तियों को मेले में आमंत्रित करने के लिए इसी कार्ड से निमंत्रण भेजा जाएगा। इस कार्ड में 3 दिनों के कार्यक्रम के अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रम के कलाकार व मुख्यातिथि के बारे में जानकारी होती है। ए.डी.एम. सोलन विवेक चंदेल ने बताया कि राज्य स्तरीय शूलिनी मेले के कार्ड को बघाटी भाषा में प्रकाशित करने की योजना है।


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