टाऊनहाल की रैनोवेशन पर खर्चे 8 करोड़, एक साल में हो गई ये हालत

Saturday, Nov 09, 2019 - 05:03 PM (IST)

शिमला (तिलक): शिमला के ऐतिहासिक भवन टाउनहाल के जीर्णोद्धार पर आठ करोड़ खर्च किए गए। लेकिन जीर्णोद्धार के एक साल पूरा होने से पहले ही इसका रंगरोगन उतर गया है। यही नहीं महापौर को जो कमरा दिया गया है। वहा बड़ी बड़ी दरारें भी पड़ गई है। वहीं अब नगर निगम इन दरारों को भरने के साथ इस भवन के खिड़कियों और दरवाजों को दोबारा रंग रोगन करना पड़ रहा है। इस भवन में नगर निगम के मेयर और डिप्टी मेयर का कार्यकाल शिफ्ट हुए एक माह का समय हुआ है और जब मेयर ने यहां शिफ्ट किया तो दीवारों पर भी दरारें आ गई थी और जगह जगह इस भवनमनगरानगमक मयर और डिप्टी मेयर का कार्यकाल शिफ्ट हुए एक माह का समय हुआ है और जब मेयर ने यहां शिफ्ट किया तो दीवारों पर भी दरारें आ गई थी और जगह जगह पेंट भी उखड़ गया था।

पर्यटन विभाग द्वारा किए गए जीर्णोद्धार पर पहले से ही सवाल उठ रहे थे और जब टाउनहाल का सीएम जयराम ने इसका उद्घाटन किया था उस समय भी काफी खामियां नजर आई थी जिसके बाद ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट भी कर दिया था। भवन के खिड़कियों और दरवाजो का पेंट पूरी तरह से फेड हो गया है। वहीं अब नगर निगम की महापौर ने पर्यटन निगम से दोबारा रंग रोगन करने की मांग की और अब दोबारा से खिड़कियों दरवाजों पर पेंट किया जा रहा है। नगर निगम की महापौर कुसुम सदरेट ने कहा कि आठ करोड़ खर्च कर इसका जीर्णोद्धार किया गया था लेकिन इसमें काफी खामियां रह गई थी और खिडकियों ओर दरवाजो का पेंट पूरी तरह से फेड हो गया है।

जोकि काफी भद्दा लग रहा है और पर्यटन विभाग से दोबारा से सभी खिड़कियों और दरवाजों को पेंट करवाने को बोला था और अब काम किया जा रहा है। बता दें 2014 में में इस भवन का जीर्णोद्धार का कार्य शुरू किया गया था इसके लिए आठ करोड़ खर्च किए गए थे लेकिन काम करने वाले ठेकेदार ने इसमें पुरानी लडक़ी ही इस्तेमाल कर दी और अंदर भी लीपापोती की गई । मामला सामने आने के बाद उक्त ठेकेदार के खिलाफ जांच बिठा दी।

kirti