मणिकर्ण घाटी में बड़े पर्यटक वाहनों पर रोक से पर्यटन कारोबारी परेशान

punjabkesari.in Wednesday, Dec 11, 2019 - 11:17 AM (IST)

कुल्लू (दिलीप): कुल्लू जिला की धार्मिक पर्यटन नगरी मणिकर्ण घाटी में पर्यटन कारोबारियों को बड़े पर्यटक वाहनों की रोक के कारण नुक्सान उठाना पड़ रहा है। घाटी में बाहरी राज्यों से आने वाले बड़े पर्यटक वाहनों की आवाजाही पर प्रशासन ने सुबह 8 से शाम 8 बजे तक रोक लगाई है, जिससे बाहरी राज्यों से बड़े वाहनों में मणिकर्ण गुरुद्वारा सिंह साहिब में दर्शन करने के लिए आने वाले पर्यटकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इससे मणिकर्ण घाटी के कारोबारियों को भी नुक्सान हो रहा है।

ऐसे में पर्यटन कारोबारियों ने प्रशासन से रोक हटाने की मांग की है। एक तरफ  प्रदेश सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने की बात कर रही है और दूसरी तरफ  प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मणिकर्ण, कसोल व बरशैणी के लिए बड़े वाहनों की दिन में आवाजाही पर रोक लगा दी है। प्रशासन को मणिकर्ण सड़क में बड़े पर्यटक वाहनों को अनुमति देनी चाहिए ताकि बाहरी राज्यों से कई कालेज छात्र-छात्राएं बड़े वाहनों में टूअर बनाकर यातायात कर रहे हैं उन्हें ट्रैफिक की सुविधा मिल सके। 

क्या कहते हैं पर्यटन कारोबारी 

पर्यटन कारोबारी प्रधान किशन ठाकुर, उपप्रधान हुकम चाहडू, भूमि चंद, इंद्र, समन ठाकुर, प्रेम गुप्ता, राजू विष्ट, ईशान ठाकुर, ईशान, अर्जुन व हुकम सिंह ने बताया कि पिछले मई-जून से प्रशासन ने मणिकर्ण घाटी में बड़े पर्यटक वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाई थी और इन वाहनों को भुंतर में ही रोका जा रहा है। पुलिस के अनुसार जब तक नई नोटिफिकेशन नहीं मिलती है, तब तक बड़े वाहनों को नहीं छोड़ा जाएगा। 

उन्होंने कहा कि टूअर पर आने वाले कालेज छात्रों को उनके पास अधिक खर्चा नहीं होने के कारण मणिकर्ण, कसोल, बरशौणी पहुंचने के लिए यातायात पर अतिरिक्त खर्चा करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि बाहरी राज्यों के आने वाले बड़े वाहन प्रदेश सरकार को 5,000 रुपए प्रतिदिन रोड टैक्स भी भरते हैं। उन्होंने कहा कि मनाली से मणिकर्ण आने के लिए सुबह 8 बजे से पहले पहुंचना मुश्किल है। पर्यटन कारोबारियों ने प्रशासन से मांग की हैकि मणिकर्ण घाटी में बड़े वाहनों की आवाजाही पर लगाई रोक हटाई जाए।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Edited By

Simpy Khanna

Recommended News

Related News