Chamba: पठानकोट-भरमौर NH पर भूस्खलन ने राेकी वाहनाें की रफ्तार, 2 घंटे तक बाधित रहा यातायात
punjabkesari.in Sunday, Jun 29, 2025 - 03:40 PM (IST)

तुनूहट्टी (संजय): चम्बा जिला में शनिवार देर शाम को हुई मूसलाधार बारिश के कारण पठानकोट-भरमौर नैशनल हाईवे (एनएच) पर नैनीखड्ड के समीप भारी भूस्खलन हुआ। इस दौरान पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा सड़क पर आ गिरा, जिससे हाईवे पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से ठप्प हो गई। यह स्थिति लगभग दो घंटे तक बनी रही, जिससे सड़क के दोनों ओर लंबी-लंबी वाहन कतारें लग गईं और लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार नैनीखड्ड की गौशाला के पास पहाड़ी से अचानक मलबा गिरना शुरू हुआ। शुरुआत में मलबे की मात्रा कम थी, जिसके चलते वाहन चालक किसी तरह अपने वाहनों को वहां से निकालने में सफल हो रहे थे। लेकिन जैसे-जैसे बारिश तेज होती गई, मलबे की मात्रा भी बढ़ती गई। रात करीब साढ़े 10 बजे स्थिति इतनी बिगड़ गई कि वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से रुक गई और लोगों को अपने वाहन सड़क किनारे खड़े करने पड़े।
स्थानीय गौशाला संचालक बाबा जोगिंदर नाथ ने बताया कि जैसे ही उन्हें मार्ग अवरुद्ध होने की जानकारी मिली, उन्होंने तुरंत इसकी सूचना एनएच प्राधिकरण को दे दी, लेकिन दुखद पहलू यह रहा कि सूचना देने के करीब 2 घंटे बाद तक भी मशीनरी मौके पर नहीं पहुंची। इस बीच, रास्ते में फंसे वाहन चालकों ने खुद ही प्रयास कर मलबा हटाने की कोशिश शुरू कर दी। सामूहिक प्रयासों से मार्ग के एक हिस्से को किसी तरह वाहनों के लायक बनाया गया और रात करीब साढ़े बारह बजे आंशिक रूप से ट्रैफिक बहाल हो पाया।
बाबा जोगिंदर नाथ ने प्रशासन और संबंधित विभाग की लापरवाही पर नाराजगी जताते हुए कहा कि बारिश के मौसम में यह मार्ग अक्सर भूस्खलन की चपेट में रहता है, ऐसे में विभाग को पहले से सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्होंने मांग की कि भविष्य में ऐसी किसी भी आपात स्थिति में विभाग को तत्परता दिखानी चाहिए ताकि लोगों को रात के समय इस तरह की दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
वहीं जब इस बारे में एनएच विभाग के एसडीओ प्रमोद कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि विभाग को मार्ग बंद होने की सूचना मिलते ही मशीनरी रवाना कर दी गई थी। उन्होंने स्वीकार किया कि मलबे की मात्रा अधिक होने के कारण मार्ग को पूरी तरह साफ करने में समय लगा और मशीनरी को रात करीब ढाई बजे तक काम करना पड़ा। उसके बाद ही सड़क पूरी तरह से वाहनों के लिए खोल दी गई।
हिमाचल की खबरें व्हाट्सएप पर पढ़ने के लिए इस Link पर करें क्लिक