सिरमौर के पांवटा साहिब में नजर आया टाइगर, ट्रैप कैमरे में हुआ कैद

punjabkesari.in Tuesday, Feb 21, 2023 - 11:26 PM (IST)

पांवटा साहिब (संजय कंवर): हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला की पांवटा साहिब घाटी में 12 फरवरी को टाइगर का ही आगमन हुआ था। इसकी पुष्टि वन विभाग की ओर से मौके से उठाए गए फुटप्रिंट के अध्ययन के बाद हो गई है। लिहाजा तस्वीर अब पूरी तरह से साफ है कि घाटी में लंबे अरसे के बाद टाइगर की चहलकदमी फिर से शुरू हो गई है। उधर, पांवटा साहिब के सिंबलवाड़ा के शेर जंग नैशनल पार्क में वर्ल्ड लाइफ द्वारा लगाए गए ट्रैप कैमरा में टाइगर फिर नजर आया है। काफी समय से जंगल में टाइगर के पंजों के निशान मिल रहे थे। इससे पहले सिंबलवाड़ा के शेर जंग नैशनल पार्क में वन्य प्राणी विभाग को टाइगर के पंजों के निशान मिले थे। वन्य प्राणी विभाग लगातार इन कैमरों पर नजर बनाए हुए थे लेकिन टाइगर नजर नहीं आ रहा था। हालांकि जंगल में टाइगर के पंजों के निशान बार-बार मिल रहे थे। 

नैशनल पार्क के जंगल में है टाइगर 
19 फरवरी की देर रात को नैशनल पार्क में लगाए गए ट्रैप कैमरे में टाइगर नजर आया, जिसके बाद वन्य प्राणी टीम ने उच्च अधिकारियों को सूचना दी। टाइगर के कैमरे में दिखने के बाद अब यह साबित हो गया है कि टाइगर अब नैशनल पार्क के जंगल में ही है। वन्य प्राणी विभाग शिमला के डीएफओ रवि शंकर शर्मा ने कहा कि पांवटा साहिब के सिंबलवाड़ा शेर जंग नैशनल पार्क में 6 ट्रैप कैमरे इंस्टॉल किए गए थे तथा 19 फरवरी की रात को ट्रैप कैमरा में टाइगर नजर आया है। कयास लगाया जा रहा है कि उत्तराखंड के राजाजी नैशनल पार्क से ही टाइगर यमुना नदी को पार करने के बाद हिमाचल की सीमा में दाखिल हुआ होगा। 

12 फरवरी को जंबूखाला में मिले थे टाइगर के फुटप्रिंट
दरअसल इसी महीने 12 फरवरी की रात को पांवटा साहिब के जंबूखाला में टाइगर चहलकदमी करते हुए नजर आया था। इसके बाद डीएफओ सहित वन विभाग की टीम ने अगली सुबह मौके पर पहुंचकर टाइगर के फुटप्रिंट उठाए थे। पुख्ता तौर पर इस बात को लेकर अध्ययन किया जा रहा था कि यह टाइगर के ही पंजों के निशान हैं या नहीं। लिहाजा अब यह साफ हो गया है कि पांवटा घाटी में टाइगर ही पहुंचा था।

इस तरह लगा था पता
जंबूखाला के पास एक निजी कंपनी के कर्मचारी ने परिसर के सामने से जंगल की तरफ जा रहे एक टाइगर को देखा था तो उसने इसकी जानकारी कंपनी के अन्य कर्मचारियों को दी थी। इसके बाद इसकी सूचना वन विभाग को दी गई। सूचना मिलते ही वन विभाग के रेंज अधिकारी विनय कुमार, वन खंड अधिकारी सुमंत कुमार, वन रक्षक मनीषा ठाकुर, संदीप व मुदसर सहित पूरी टीम मौके पर पहुंची और टाइगर के फुटप्रिंट भी उठाए गए। मौके पर एक टाइगर के 10 सैंटीमीटर पंजों के निशान पाए गए थे। वन विभाग ने उच्च अधिकारियों को भी इसकी सूचना दे दी थी।

कंपनी के कर्मचारी ने बनाया था 3 सैकेंड का वीडियो
जंबूखाला में स्थित निजी कंपनी के कर्मचारी ने 12 फरवरी की रात को अपने मोबाइल से टाइगर का वीडियो भी बनाया था, जो कर्मचारी ने वन विभाग को भी सौंपा है। इसमें टाइगर कंपनी के सामने जंगल से जाता दिखाई दे रहा था।

क्या कहते हैं डीएफओ
डीएफओ ऐश्वर्य राज ने बताया कि जंबूखाला में टाइगर के फुटप्रिंट उठाए गए थे, जिसका अध्ययन करने के बाद इस बात की पुष्टि हो गई है कि यह टाइगर के ही फुटप्रिंट हैं। घाटी में टाइगर का आगमन अच्छी बात है। जंगल में ट्रैप कैमरे इंस्टॉल किए जाएंगे। 

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Content Writer

Vijay

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