OPS की मांग को लेकर सड़कों पर आया NPS कर्मियों का सैलाब, शिमला में जाम से तनावपूर्ण हुआ माहौल

punjabkesari.in Thursday, Mar 03, 2022 - 07:06 PM (IST)

शिमला (राजेश/अम्बादत्त): पुरानी पैंशन बहाली को लेकर प्रदेशभर से शिमला पहुंचे हजारों एनपीएस कर्मचारियों ने वीरवार को पूरा शिमला शहर जाम कर दिया। वहीं विधानसभा घेराव के चलते शहर में दिनभर माहौल तनावपूर्ण रहा। सुबह 11 बजे आईएसबीटी क्रॉसिंग से शुरू हुई एनपीएस कर्मचारियों की पदयात्रा ने 103 तक सड़क मार्ग पूरी तरह जाम कर दिया। एनपीसी कर्मचारियों की तादाद इतनी अधिक थी कि शहर में चलने वाली लोकल बसें जहां पहुंची थीं, वहीं जाम हो गईं और आगे नहीं बढ़ पाईं। वहीं छोटे वाहन भी बीच मार्ग में फंसे गए।
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गुस्साए कर्मचारियों ने 103 में किया चक्का जाम

एनपीएच कर्मचारियों को विधानसभा तक न पहुंचने दिया जाए, इसके लिए पुलिस व जिला प्रशासन ने 103 में नाकाबंदी कर दी और सड़क में पुलिस की गाड़ियां कर्मचारियों को रोकने के लिए खड़ी कर दीं, जिससे गुस्साए कर्मचारियों ने 103 में चक्का जाम कर दिया। इस नाकाबंदी से शहर भर में माहौल तनावपूर्ण हो गया और शिमला शहर की ओर जाने वाले लोग व एनपीएस कर्मचारी 103 में इकट्ठे हो गए, जिससे सड़क मार्ग पर भारी भीड़ इकट्ठी हो गई, ऐसे मेंं शिमला जाने वाले हजारों लोगों व कर्मचारियों को परेशानी आई। 103 में करीब 3 बजे तक कर्मचारियों को पुलिस व जिला प्रशासन की जदोजहद जारी रही लेकिन करीब 3 बजे एनपीएस कर्मचारियों के हुजूम को पुलिस टुकड़ी नहीं रोक पाई और घेरा तोड़ कर कर्मचारी विधानसभा की ओर कूच कर गए। इस दौरान फायर ब्रिगेड द्वारा पानी की बौछारें छोड़ी गईं लेकिन वे कर्मियों के हौसलों को नहीं रोक पाईं। वहीं पुलिस ने इस दौरान आंदोलनकारी कर्मचारियों को पीछे खदड़ने के लिए हल्के बल का प्रयोग किया।
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पुलिस ने रेलवे स्टेशन में भी की घेराबंदी, बीच सड़क में खड़ी की बस

103 के बाद पुलिस ने करीब एक किलोमीटर आगे ही रेलवे स्टेशन के पहले गेट के पास भी घेराबंदी की थी और एक पुलिस की बस सड़क पर पार्क की थी, जिससे न तो वाहन आगे जा सकें और न ही लोग। वहीं प्रशासन द्वारा रेलवे स्टेशन के शॅार्टकट मार्ग से भी कर्मियों को विधानसभा जाने की सलाह दी लेकिन कर्मचारी वहीं खड़े रहे और सड़क मार्ग से ही विधानसभा जाने पर अड़े रहे। कई कर्मचारी घेरा तोड़ कर भी विधानसभा पहुंचे।
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ऊपरी शिमला को खलीनी बाईपास से भेजीं बसें 

एनपीएस कर्मचारियों की हड़ताल के कारण ऊपरी शिमला को 11 बजे के बाद बसें नहीं जा सकी। वहीं पुलिस प्रशासन ने बसों को टुटीकंडी खलीनी बाईपास होते हुए बसें भेजी। वहीं अन्य ऊपरी शिमला को जाने वाले वाहनों को भी खलीनी बाईपास भेजी। ऊपरी शिमला जाने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बस लेने के लिए पैदल ढली पहुंचना पड़ा। 
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आईजीएमसी नहीं पहुंच पाए मरीज, एम्बुलैंस भी फंसी, गर्भवती महिला हुई परेशान

एनपीएस कर्मचारियों की विस घेराव के दौरान आईजीएमसी व डीडीयू जाने वाले मरीज अस्पताल नहीं पहुंच पाए। वहीं इस दौरान करीब 3 एम्बुलैंस भी मार्ग में फंसी रही, जिन्हें पुलिस ने मुश्किलों से जाम से निकाला। इसके अतिरिक्त प्रदेश के विभिन्न जिलों से  अपने वाहनों को लेकर आईजीएमसी जांच व इलाज के लिए आए मरीज अस्पताल नहीं पहुंच पाए। 103 में चक्का जाम के दौरान एक गर्भवती महिला भीड़ के कारण फंसी गई। महिला न तो भीड़ के बीच से होकर जा सकती थी और नही कोई बस सेवा थी, ऐसे में पुलिस ने नाभा वाले मार्ग से होते हुए महिला को आगे भेजा।
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मंत्री और डीजीपी भी आए वार्ता के लिए

विधान सभा के बाहर पहुंचे कर्मचारियों से बात करने के लिए पहले डीजीपी संजय कुंडू आए लेकिन कर्मचारी वर्ग अपनी मांग से पीछे नहीं हटा। इसके बाद शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज वार्ता के लिए आए लेकिन कर्मियों की एक मांग है कि मुख्यमंत्री से वार्ता करेंगे अन्य किसी से नहीं। एनपीसी कर्मी आरटीओ कार्यालय से विधानसभा तक सड़कों पर बैठ रहे।
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प्रशासन के इंतजाम फेल, नहीं दिखी कोई रणनीति

एनपीएस कर्मचारियों की हड़ताल के बारे सरकार व प्रशासन को पहले जानकारी थी। वहीं एनपीएस ने हड़ताल की अनुमित भी ली थी लेकिन विधान सभा घेराव के बीच शिमला शहर के लोगों को किसी प्रकार की परेशानी न आए इसके लिए जिला प्रशासन के इंतजाम फेल दिखाई दिए। प्रशासन की ओर से कोई खास रणनीति नहीं बनाई गई थी, जिससे स्थानीय जनता को परेशानी न आए। इस बीच परेशान हुए कर्मचारियों व लोगों ने कहा कि प्रशासन को जब यह पहले जानकारी थी कि कर्मचारी विधानसभा पहुंच रहे हैं तो बालूगंज विधानसभा मार्ग को प्रतिबंधित क्यों किया गया। यदि बालूगंज मार्ग प्रतिबंधित नहीं होता तो कर्मचारी वहां से भी विधानसभा तक पहुंच सकते थे लेकिन प्रशासन की नाकामी के चलते शहर के लोगों को परेशान होना पड़ा। 

मौके पर तैनात रहे डीजीपी, जिलाधीश व एसपी 

एनपीएस कर्मचारियों की हड़ताल को रोकने के लिए पुलिस व जिला प्रशासन व पुलिस के आला अधिकारी, जिसमें डीजीपी संजय कुंडू, जिलाधीश आदित्य नेगी, एसडीएम मंजीत नेगी पुलिस के अधिकारी जिसमें डीआईजी विमल, आईजी हिमांशु मिश्रा व एएसपी सुशील सहित जिला प्रशासन के कई अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। इस शाम 5 बजे भी कार्यालयों से घर जाने वाले कर्मचारियों व मजदूर वर्ग के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। बसें व वाहन न चलने के कारण शाम को भी कर्मी पैदल घर पहुंचे।

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Content Writer

Vijay

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