हिमाचल में AIDS का बढ़ता साया: यह जिला सबसे आगे, जानिए क्या है कारण!
punjabkesari.in Monday, Jul 28, 2025 - 12:37 PM (IST)

हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश में एचआईवी/एड्स के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, जो स्वास्थ्य विभाग और समाज दोनों के लिए चिंता का विषय बन गया है। मौजूदा आंकड़ों के अनुसार, कांगड़ा जिला इस मामले में प्रदेश में पहले स्थान पर है, जहां 1,576 लोग एचआईवी संक्रमण के साथ जीवन जी रहे हैं। यह प्रदेश के कुल मामलों का लगभग 26.61% है। इसके बाद हमीरपुर 1,037 मामलों के साथ दूसरे स्थान पर है। पूरे हिमाचल प्रदेश में एचआईवी संक्रमित लोगों की कुल संख्या 5,657 है।
युवाओं में बढ़ता संक्रमण
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, एचआईवी संक्रमण के सबसे अधिक मामले 28 से 45 आयु वर्ग के युवाओं में पाए जा रहे हैं। इसके पीछे के मुख्य कारणों में असुरक्षित यौन संबंध और सुई से नशा करना शामिल हैं। यह स्थिति विशेष रूप से गंभीर है क्योंकि युवा पीढ़ी हमारे समाज का भविष्य है।
नशे का बढ़ता प्रचलन और एचआईवी का प्रसार
प्रदेश में सुई से नशा करने का बढ़ता प्रचलन एचआईवी के मामलों में वृद्धि का एक प्रमुख कारण बन गया है। नशा करने वाले युवा अक्सर एक ही सुई का इस्तेमाल कई लोगों के साथ करते हैं, जिससे एचआईवी के साथ-साथ हेपेटाइटिस बी और सी जैसे संक्रमणों का प्रसार भी तेजी से हो रहा है। नशे की यह बढ़ती लत न केवल स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को बढ़ा रही है, बल्कि सामाजिक ताने-बाने को भी प्रभावित कर रही है। हिमाचल प्रदेश में एचआईवी का पहला मामला 1990 के दशक में हमीरपुर जिले में सामने आया था, और तब से यह धीरे-धीरे पूरे प्रदेश में फैल गया है। जिला
जागरूकता और रोकथाम के प्रयास
स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश सूद ने बताया कि कांगड़ा जिले में बढ़ते मामलों को देखते हुए, जल्द ही दो महीने का एचआईवी/एड्स जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के तहत विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से लोगों को एचआईवी के बारे में जागरूक किया जाएगा और उन्हें एचआईवी जांच करवाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इस तरह के जागरूकता अभियान संक्रमण के प्रसार को रोकने और प्रभावित लोगों को समय पर सहायता प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण हैं।