सोलन में वर्ल्ड बैंक की मदद से लगेंगे विदेशी पौधे

punjabkesari.in Tuesday, Jul 17, 2018 - 02:57 PM (IST)

सोलन: प्रदेश में सामुदायिक भागीदारी से बागवानी को बढ़ावा देने के लिए चलाई जा रही बागवानी विकास परियोजना के तहत उद्यान विभाग सोलन ने 2 कलस्टर का चयन कर लिया है व 4 और कलस्टर का चयन किया जा रहा है। इससे अब आने वाले दिनों में जिला सोलन में बागवानी को पंख लगेंगे और बागवानों की आर्थिकी भी सुदृढ़ होगी। इन कलस्टर में अब वर्ल्ड बैंक की मदद से विदेशों से आयातित उन्नत किस्म के पौधे लगाए जाएंगे और यहां व्यावसायिक बागवानी को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके अलावा इन कलस्टर के लिए सभी आवश्यक प्रबंध जैसे सिंचाई, बागवानी मैटीरियल, प्रशिक्षण, खाद, ग्रेडिंग एंड पैकिंग आदि की सहायता बागवानी विभाग द्वारा विभिन्न योजनाओं के तहत प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध करवाई जाएगी। 


उल्लेखनीय है कि सोलन जिला के लोगों का मुख्य व्यवसाय कृषि है और यहां के अधिकतर लोग सब्जी उत्पादन करते हैं और पारंपरिक फसलों की खेती करते हैं। पारंपरिक खेती से हटकर अब यहां के लोग भी बागवानी की तरफ रुचि दिखाने लगे हैं। मशीवर पंचायत के कलस्टर में धारों की धार, नगाली व श्रीनगर गांव शामिल हैं जबकि सन्होल पंचायत में मतिवल और खनोग गांवों का कलस्टर बनाया गया। कलस्टर में जुडऩे वाले प्रत्येक बागवानों को कम से कम 50 पौधे लगाने होंगे। इस योजना के तहत हाई डैंसिटी प्लांटेशन बगीचे लगाए जाएंगे। इसके अलावा दो और कलस्टर ममलीग और ढयावला पंचायतों के भी कलस्टर अप्रूवल के लिए विभाग के पास पहुंच गए हैं तथा कुनिहार व नालागढ़ में भी दो कलस्टर बनाए जा रहे हैं। 


कलस्टर के लिए बागवान कर सकते हैं आवेदन 
सामुदायिक भागीदारी से बागवानी के इच्छुक किसान बागवान कलस्टर बनाने के लिए उद्यान विभाग के पास आवेदन कर सकते हैं। एक कलस्टर में 30 से 50 हैक्टेयर भूमि होना आवश्यक है। इसमें 10 हैक्टेयर भूमि फलदार पौधों को लगाने के लिए होनी चाहिए। कलस्टर का चयन उद्यान विभाग की विशेषज्ञों की टीम द्वारा किया जाएगा। 


बागवानों को विभाग देगा प्रशिक्षण 
योजना के तहत नए बागवानों को विभाग बागवानी का प्रशिक्षण देगा। दो कलस्टरों मशीवर व सन्होल में तो बागवानों को इसका प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इसके तहत कटिंग, प्रूनिंग के अलावा पैकिंग ग्रेडिंग व मार्कीटिंग सहित सभी तरह की जानकारी उपलब्ध करवाई गई। इसके अलावा समय-समय पर इन बागवानों को बागवानी में अग्रणी क्षेत्रों, नौणी वि.वि. का विजिट भी करवाया जाएगा ताकि वे उन्नत बागवानी को देखकर भी सीख सकें। इन कलस्टर में उच्च घनत्व पौधारोपण किया जाएगा ताकि प्रति यूनिट प्रोडक्शन को बढ़ाया जा सके।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Ekta

Related News