मनाली में लगे मुख्यमंत्री मुर्दाबाद के नारे, जानिए क्या है मामला

punjabkesari.in Wednesday, Dec 16, 2020 - 08:41 PM (IST)

मनाली (ब्यूरो): मनाली के निजी स्कूलों के छात्र-अभिभावक मंच ने अपनी मांगों को लेकर मनाली मालरोड पर रोष रैली निकाली और शिक्षा मंत्री होश में आओ व मुख्यमंत्री मुर्दाबाद के नारे लगाए। इसके बाद एसडीएम कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। मंच द्वारा ज्ञापन में लिखा गया कि लॉकडाऊन के बाद से ही निजी स्कूलों में पढ़ाई बंद है। स्कूल प्रबंधन ऑनलाइन पढ़ाई के नाम पर ट्यूशन फीस जमा करने का दबाव बना रहे हैं। ऑनलाइन पढ़ाई का कोई औचित्य नहीं है।

उन्होंने कहा कि लॉकडाऊन के बाद से ही आर्थिक मंदी की मार सभी झेल रहे हैं, ऐसे हालात में फीस भरना मुश्किल ही नहीं बल्कि असंभव है। सरकार या तो फीस माफ  करे या फिर ट्यूशन फीस तय करे ताकि अभिभावकों पर मनमानी फीस का भार न पड़े। कुछ निजी स्कूलों ने अभिभावकों पर दबाव बनाकर फीस वसूल कर ली है। अभिभावकों ने निजी स्कूलों की मनमानी नहीं चलेगी, नो स्कूल नो फीस, अभिभावक अपना हक मांगते भीख नहीं मांगते नारे लगाकर विरोध जताया। अभिभावकों के अनुसार लॉकडाऊन में स्कूल ही नहीं खुले तो बंद स्कूलों की फीस वसूलना तर्कसंगत नहीं है।

मंच के महासचिव पृथ्वीराज ठाकुर के अनुसार कोरोना काल की ट्यूशन फीस का 50 प्रतिशत देने पर वह पूरी तरह सहमत हैं लेकिन निजी स्कूलों द्वारा जबरदस्ती वसूली जा रही पूरी फीस के फरमान का वह विरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि कई बार इस संदर्भ में प्रदेश सरकार को भी विभिन्न माध्यमों द्वारा अवगत करवाया गया लेकिन कोई समाधान नहीं निकला है। इसलिए अब फिर से छात्र-अभिभावक मंच सड़कों पर उतरने को मजबूर हो गया है।

मनाली के मालरोड पर रोष प्रदर्शन के बाद मंच ने प्रदेश मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर और डीसी कुल्लू ऋचा वर्मा को अपनी मांगों बारे एसडीएम मनाली रमन घरसंगी के माध्यम से ज्ञापन प्रेषित किया। वहीं एसडीएम मनाली रमन घरसंगी ने बताया कि अभिभावकों की मांग को सरकार तक पहुंचाया जाएगा। मंच ने आशा जताई कि प्रदेश सरकार तथा प्रशासन उनकी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करेगा और उन्हें पेश आ रहीं समस्याओं को हल करेगा।


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Vijay

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