हिमाचल का गौरव: हमीरपुर के शिवम कानूनगो ने ICAR की राष्ट्रीय परीक्षा में हासिल किया 2nd रैंक, IARI दिल्ली से करेंगे PhD
punjabkesari.in Tuesday, Sep 23, 2025 - 11:49 AM (IST)

हमीरपुर/भोरंज: हमीरपुर जिले के भोरंज क्षेत्र के होनहार छात्र शिवम कानूनगो ने अपनी प्रतिभा और अथक परिश्रम का परचम लहराते हुए प्रतिष्ठित भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) की अखिल भारतीय प्रतियोगी परीक्षा-जेआरएफ/एसआरएफ 2025 में अखिल भारतीय स्तर पर दूसरा स्थान (AIR-2) प्राप्त किया है। इस शानदार उपलब्धि के साथ उन्होंने न केवल अपने परिवार और क्षेत्र का बल्कि पूरे हिमाचल प्रदेश का नाम गर्व से ऊंचा किया है।
शिवम की इस सफलता ने उनके लिए देश के सर्वश्रेष्ठ कृषि अनुसंधान संस्थान के दरवाजे खोल दिए हैं। अब वे भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईसीएआर-आईएआरआई) नई दिल्ली से फ्लोरीकल्चर एंड लैंडस्केपिंग विषय में अपनी डॉक्टरेट (पीएचडी) की पढ़ाई करेंगे। आईएआरआई में प्रवेश पाना देश के हर कृषि छात्र का सपना होता है और शिवम ने यह सपना शीर्ष रैंक के साथ साकार किया है।
शिवम कानूनगो की शैक्षणिक यात्रा शुरू से ही मेधावी रही है। उन्होंने अपनी स्नातक की पढ़ाई हिमाचल प्रदेश के प्रतिष्ठित डॉ. वाईएस परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी के अंतर्गत नेरी (हमीरपुर) स्थित कॉलेज ऑफ हॉर्टिकल्चर एंड फॉरेस्ट्री से पूरी की। इसके बाद, उन्होंने अपनी परास्नातक (एमएससी) की उपाधि शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, जम्मू से फ्लोरीकल्चर एंड लैंडस्केपिंग विषय में प्राप्त की।
जैसे ही शिवम की इस शानदार सफलता की खबर उनके पैतृक गांव और क्षेत्र में पहुंची ताे खुशी की लहर दौड़ गई। परिवार, रिश्तेदार और शिक्षक उनकी इस उपलब्धि पर गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। शिवम ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता के आशीर्वाद, गुरुजनों के कुशल मार्गदर्शन और अपनी निरंतर कड़ी मेहनत को दिया है। उन्होंने कहा कि मेरा लक्ष्य हमेशा से कृषि अनुसंधान के क्षेत्र में योगदान देना रहा है। आईएआरआई नई दिल्ली से पीएचडी करना इस लक्ष्य की दिशा में एक बड़ा कदम है। मैं इस अवसर का पूरा लाभ उठाकर अपने विषय में विशेषज्ञता हासिल करना चाहता हूं।
प्रदेश के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है कि राज्य के छात्र राष्ट्रीय स्तर की कठिनतम परीक्षाओं में शीर्ष रैंक हासिल कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं। शिवम कानूनगो की यह सफलता प्रदेश के अन्य युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बन गई है।