Shimla: इस कालेज के विद्यार्थी का पेपर रद्द, एक साल तक नहीं दे पाएगा पेपर

punjabkesari.in Monday, Nov 24, 2025 - 09:17 PM (IST)

शिमला (प्रीति): ऊना के एक कालेज से एक विद्यार्थी की एमए इंगलिश के पेपर की 2 आंसरशीट मूल्यांकन के लिए प्रदेश विश्वविद्यालय के पास पहुंचने के मामले पर कड़ी कार्रवाई की गई है। इस मामले की जांच करने के बाद उक्त विद्यार्थी का पेपर रद्द कर दिया गया है। इसके अलावा विद्यार्थी एक साल के लिए अब परीक्षा नहीं दे पाएगा। इस मामले में कालेज का क्लर्क भी दोषी पाया गया है। उस पर कार्रवाई करते हुए उसे अब किसी भी परीक्षा ड्यूटी में शामिल नहीं किया जाएगा।

विवि प्रशासन ने इस बारे में संबंधित कालेज प्रधानाचार्य को भी सूचित कर दिया है। यह परीक्षा बीते जून माह में आयोजित की गई थी। उसके बाद बीते अगस्त में आंसरशीट का मूल्यांकन शुरू हुआ तो विवि की परीक्षा शाखा ने उक्त मामला पकड़ा। विवि की मौजूदा तकनीक, जिसमें ऑन स्क्रीन मूल्यांकन किया जाता है, उस तकनीक के कारण यह मामला पकड़ा गया। हालांकि मामला सामने आने के बाद विवि ने संबंधित कालेज प्रशासन से मामले की जांच कर इसकी रिपोर्ट देने को कहा। इसकी रिपोर्ट विवि को भेजी गई।

इस मामले को लेकर विवि ने भी डीन सीडीसी की अध्यक्षता में कमेटी बनाई। कमेटी ने मामले की छानबीन करते हुए पाया कि इसमें विद्यार्थी के साथ एक क्लर्क ने भी गड़बड़ी की है। विवि प्रशासन ने मामले में कड़ा संज्ञान लेते हुए उक्त कार्रवाई अमल में लाई है। इसके अलावा विवि ने उच्च शिक्षा निदेशालय को इस कार्रवाई की सूचना भी दे दी है, ताकि विभाग अपने स्तर पर आगे की कार्रवाई अमल में ला सके। विवि के कुलपति प्रो. महावीर सिंह ने बताया कि इस मामले पर सख्त कार्रवाई अमल में लाई गई है। इसकी सूचना शिक्षा विभाग को भी भेज दी गई है। उन्होंने कहा है कि भविष्य में भी ऐसे मामलों पर सख्ती बरती जाएगी।

मामले पर होगी एफआईआर
उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक डा. अमरजीत कुमार शर्मा ने कहा है कि उक्त मामले में संबंधित कालेज के प्रधानाचार्य को एफआईआर दर्ज करवाने को कहा है। उन्होंने कहा है कि इस मामले में कालेज के क्लर्क का शामिल होना दुर्भाग्यपूर्ण है।


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Kuldeep

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