Shimla: आवेदकों ने सरकार से उठाई मांग, स्पैशल एजुकेटर की भर्ती में सामान्य टैट ही हो अनिवार्य
punjabkesari.in Tuesday, Oct 22, 2024 - 11:47 AM (IST)
शिमला (ब्यूरो): शिक्षा विभाग में होने वाली स्पैशल एजुकेटर भर्ती में अनिवार्य किए स्पैशल टैट का विरोध शुरू हो गया है। सरकार ने इस भर्ती में स्पैशल टैट अनिवार्य किया है जबकि आवेदक इसमें सामान्य टैट की शर्त ही जारी रखने की मांग कर रहे हैं। आवेदकों का कहना है कि जब भर्ती के लिए तय नियम पूरे किए जा रहे हैं और सामान्य टैट भी पास है तो स्पैशल टैट की अनिवार्यता नहीं होनी चाहिए। इस समय 70 प्रतिशत युवा सामान्य टैट पास हैं। हालांकि इस बाबत सरकार ने प्रारंभिक शिक्षा विभाग को आदेश जारी कर दिए हैं और विभाग ने भी स्कूल शिक्षा बोर्ड को यह स्पैशल टैट करवाने को कहा है। भर्ती से पहले इनके लिए स्पैशल टैट करवाया जाए। एच.पी. स्कूल शिक्षा बोर्ड को टैट का सिलेबस बनाने को कहा गया है। नए नियमों के अनुसार इस भर्ती के लिए स्पैशल टीचर एलिजिबिलिटी टैस्ट पास करना जरूरी है।
21 साल बाद क्लास थ्री के तहत होगी नियमित भर्ती
सरकार ने इन भर्तियों के लिए भर्ती नियम राजपत्रित पर अधिसूचित कर दिए हैं। प्राइमरी में 138 और अप्पर प्राइमरी में 107 पद भरे जाएंगे। 21 साल बाद क्लास थ्री की यह भर्ती रैगुलर होगी। राज्य चयन आयोग के माध्यम से यह भर्ती की जानी है। इसके साथ ही इन पदों के लिए शैक्षणिक योग्यता भी तय कर दी गई है। इसमें 18 से 45 वर्ष के बीच आयु सीमा तय की गई है। इसमें पहली से पांचवीं कक्षा के बच्चों को पढ़ाने वाले 138 स्पैशल एजुकेटर के बारहवीं कक्षा में 50 फीसदी अंक और रिहैबिलिटेशन काऊंसिल ऑफ इंडिया से अप्रू्ड संस्थाओं से डिप्लोमा इन स्पैशल एजुकेशन या डिप्लोमा इन एलीमैंट्री एजुकेशन और डिसेबिलिटी एरिया में पढ़ाने का छह महीने का अनुभव जरूरी है। इसके साथ ही छठी से लेकर बारहवीं कक्षा को पढ़ाने वाले एजुकेटर के पास ग्रैजुएशन डिग्री में 50 फीसदी अंकों के साथ बी.एड. डिग्री मान्य होगी। सामान्य वाला टीचर एलिजिबिलिटी टैस्ट इसके लिए मान्य नहीं है।