शिमला स्मार्ट सिटी प्रोजैक्ट को लेकर कार्यशाला का आयोजन
punjabkesari.in Tuesday, Feb 18, 2020 - 08:45 PM (IST)

शिमला (तिलक राज): शिमला शहर में स्मार्ट सिटी कैसी हो इसके लिए सोमवार को नगर निगम द्वारा कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें शिमला ग्रामीण के विधायक विक्रमादित्य सिंह , पार्षदों के साथ-साथ लोगों ने स्मार्ट सिटी में किस तरह के होना चाहिए उसको लेकर सुझाव दिए। निगम की ओर से शाम 6 बजे यह कार्यशाला रखी गई थी लेकिन एक घंटे तक मंत्री का इंतजार करते रहे और वहीं जब मंत्री नही पहुंची तो स्मार्ट सिटी कंपनी के एमडी ने कार्यशाला का शुभरम्भ कर दिया। वहीं इस दौरान शहरी विकास मंत्री सरवीण चौधरी कैबिनेट मीटिंग खत्म होने के बाद रात 8 बजे पहुची। जिसके बाद स्मार्ट सिटी के एमडी पंकज राय ने कार्यशाला में स्मार्ट सिटी के तहत क्या-क्या कार्य होने हैं उसको लेकर एक प्रैजैंटेशन दी और लोगों के सुझाव मांगे और इस दौरान लोगों ने स्मार्ट सिटी के तहत खेल मैदान बनाने के साथ आपदा के समय कैसे बचा जाए इसके लिए भी फंड का प्रवधान करने की मांग रखी।
खेल मैदान न होने से बच्चे गलत संगत में पड़ रहे हैं
स्मार्ट सिटी में हो रहे कार्यो पर लोगों ने सवाल भी खड़े किए और कहा कि शहर में बच्चों के खेलने के लिए खेल मैदान बनाने के लिए कोई प्रवधान नहीं किया और न ही कोई आपदा के समय ऐसी कोई जगह का प्रावधान किया गया है जहां लोग बैठ सकें। और इसके अलावा शहर में आग लगने के समय में किस तरह से बचाव किया जाए। एनके नेगी ने कहा कि शहर में बच्चों के खेलने के लिए मैदान तक नहीं हंै और स्मार्ट सिटी में इसको लेकर कोई प्रावधान तक नहीं किया गया। खेल मैदान न होने से बच्चे गलत संगत में पड़ रहे हैं इसके अलावा शहर आपदा की दृष्टि से काफी संवेदनशील है लेकिन आपदा के समय यहां बचने के लिए कोई जगह नहीं है जहां खुले में लोग अपनी जान बचा सकें। इसको लेकर स्मार्ट सिटी में प्रावधान किया जाना चाहिए।
पुराने पैदल पाथ को दोबारा बनाया जाएगा
वहीं स्मार्ट सिटी के एमडी पंकज राय ने कहा कि शहर में अब जल्द ही स्मार्ट सिटी के कार्य जमीन पर दिखने लगेंगे। शहर में पहले चरण में 18 कार्य शुरू किए जा रहे हैं इसके लिए 31 मार्च तक टैंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी । उन्होंने कहा कि शहर में पार्क, पर्किंग, लिफ्ट एक्सीलेटर और सड़कों को चौड़ा करने के साथ-साथ कवर्ड पाथ और कई कार्य होने हैं । इसके अलावा शहर की सड़कों के साथ जो पुराने पैदल पाथ है उन्हें दोबारा बनाया जाएगा जिनमें लाइट लगाई जाएंगी ।