Himachal: पिछले 48 घंटों में बारिश से हुए नुक्सान की मुख्यमंत्री ने की समीक्षा, राहत एवं पुनर्वास कार्यों में तेजी
punjabkesari.in Wednesday, Sep 17, 2025 - 05:46 PM (IST)

शिमला (संतोष): राज्य में पिछले 48 घंटों के दौरान हुई भारी वर्षा से हुए नुक्सान की समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बुधवार को आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्राकृतिक आपदा से हुई जानमाल की क्षति पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। पिछले 2 दिनों में भारी बारिश के कारण 5 लोगों ने अपनी जान गंवाई है, जिनमें 3 लोग जिला मंडी के निहारी तथा 2 सदर उपमंडल पंडोह के मोहाल सुमा क्षेत्र से संबंधित हैं, जबकि 2 लोग अभी भी लापता हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सितम्बर माह में राज्य में सामान्य से 136 प्रतिशत अधिक बारिश, जबकि पूरे मानसून सीजन के दौरान अब तक 45 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि इस मानसून सीजन में अब तक 417 लोगों ने जान गंवाई है, 45 लोग लापता हैं और भारी वर्षा, बादल फटने तथा भूस्खलन के कारण 4,582 करोड़ रुपए की संपत्ति का नुक्सान हुआ है। इस दौरान 15,022 संरचनात्मक नुक्सान दर्ज किए गए हैं, जिनमें 1,502 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त तथा 6,467 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त, 6,316 गऊशालाएं तथा 594 दुकानें शामिल हैं।
उन्होंने सभी जिलों के डी.सी. को सतर्क रहने और प्रभावित क्षेत्रों का व्यक्तिगत रूप से दौरा कर राहत एवं पुनर्वास कार्यों की निगरानी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को विशेषकर सेब उत्पादक क्षेत्रों में सड़क संपर्क शीघ्र बहाल करने के निर्देश दिए, ताकि सेब की फसल मंडियों तक पहुंच सके और बागवानों को आर्थिक नुक्सान न उठाना पड़े। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में बिजली, पानी की परियोजनाओं तथा अन्य आवश्यक सेवाओं को प्राथमिकता के आधार पर बहाल करने के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने एचपीएमसी को अपने संग्रहण केंद्रों से सेब ढुलाई के लिए अतिरिक्त वाहन लगाने को भी कहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता की सुरक्षा राज्य सरकार के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है। विशेष राहत पैकेज के अंतर्गत आपदा में बेघर हुए परिवारों को शहरी क्षेत्रों में 10,000 और ग्रामीण क्षेत्रों में 5,000 रुपए मासिक किराया प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सामाजिक ताने-बाने को देखते हुए किराया प्रदान करने की शर्तों में ढील देने पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि असुरक्षित भवनों में रह रहे लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उन्हें शीघ्र ही सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया जाए।
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, उप मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया, विधायक हरदीप सिंह बावा, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार (सूचना प्रौद्योगिकी एवं नवाचार) गोकुल बुटेल, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, अतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व केके पंत, मुख्यमंत्री के सचिव राकेश कंवर, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक सतवंत अटवाल त्रिवेदी और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे, जबकि जिलों के डीसी व एसपी सहित विभिन्न जिलों के वरिष्ठ अधिकारी वर्चुअल माध्यम से बैठक में शामिल हुए।