Shimla: हिमाचल में सेब सहित अन्य फलों का कितना बढ़ा दायरा, सरकार करवाएगी सर्वे
punjabkesari.in Wednesday, Oct 09, 2024 - 04:33 PM (IST)
शिमला (भूपिन्द्र): हिमाचल प्रदेश में सेब सहित अन्य फलों का दायरा यानि क्षेत्र कितना बढ़ा है, इसको लेकर प्रदेश सरकार सर्वे करवाएगी। इस दौरान सभी फलों के उत्पादन के घटने या बढ़ने के कारणों का भी पता लगाने का प्रयास किया जाएगा। सर्वे रिपोर्ट आने के बाद इसको लेकर योजना तैयार की जाएगी।
राज्य में बागवानी विभाग हर वर्ष करीब 2 लाख पौधे बागवानों को मुहैया करवाता है। बागवानी विश्वविद्यालय भी बागवानों को सेब व अन्य फलों के पौधे मुहैया करवाता है। इसके अलावा बागवान निजी नर्सरियों से भी सेब व अन्य फलों के पौधे खरीदते हैं। ऐसे में अनुमान है कि प्रदेश में हर वर्ष 6 से 7 लाख पौधे सेब व अन्य फलों के लगाए जाते हैं। इसमें 70 से 80 फीसदी सेब के पौधे हैं। उसके बावजूद पिछले कुछ वर्षों से सेब की पैदावार लगातार घटती जा रही है।
साथ ही सेब व अन्य फलों का उत्पादन क्षेत्र में बढ़ा है या नहीं। तथा हर वर्ष लाखों सेब के पौधे लगाने के बाद इसका उत्पादन क्षेत्र कितना बढ़ा है। इन सब को लेकर सर्वे दिया जाएगा। इस दौरान यह भी पता लगाने का प्रयास किया जाएगा कि राज्य में रूट स्टॉक व नई वैरायटी के सेब कितने क्षेत्र में लगाए गए हैं तथा इसका बागवानों की आर्थिकी पर कितना प्रभाव पड़ा है।
नई वैरायटी के पौधों में 4 से 5 वर्ष में आ जाती है फसल
सेब की नई वैरायटी के पौधों में 4 से 5 वर्ष में फसल आनी शुरू हो जाती है। यानि सेब लगने शुरू हो जाते हैं। जबकि पारंपरिक खेती में बागवानों को इसके लिए 10 से 12 वर्ष का इंतजार करना पड़ता है।
1134 करोड़ का विश्व बैंक प्रोजैक्ट हो रहा समाप्त
बागवानी का 1134 करोड़ रुपए का विश्व बैंक प्रोजैक्ट 31 अक्तूबर को समाप्त हो रहा है। इस प्रोजैक्ट के तहत प्रदेश में जहां बागवानों को नई किस्मों के पौधे मुहैया करवाए गए हैं, वहीं सीए स्टोर सहित कई सुविधाएं मुहैया करवाई गई हैं। सर्वे में इस प्रोजैक्ट से कितना फायदा बागवानों को हुआ है उसका भी पता चलेगा।
क्षेत्र बढ़ा या नहीं लगाया जाएगा पता : जगत
बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि राज्य में सेब व अन्य फलों के उत्पादन का क्षेत्र बढ़ा या नहीं इसका पता लगाया जाएगा। पिछले कुछ वर्षों से सेब का उत्पादन घटा है। इसके लिए सर्वे करवाया जाएगा।