Shimla: हिम ईरा उत्पादों को एक महीने में देश भर से मिले 1,000 ऑर्डर
punjabkesari.in Sunday, Feb 09, 2025 - 08:14 PM (IST)
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शिमला (ब्यूरो): महिलाओं को सशक्त और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने की हिमाचल प्रदेश सरकार की पहल सफल हुई है। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 3 जनवरी, 2025 को आधिकारिक तौर पर ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर इसे लॉन्च किया था और अब केरल, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के ग्राहकों को अब तक 1,050 ऑनलाइन ऑर्डर सफलतापूर्वक वितरित किए जा चुके हैं। ई-कॉमर्स में एकीकरण के साथ स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा तैयार किए गए उत्पाद अब पेटीएम और माय स्टोर प्लेटफॉर्म पर स्वचालित रूप से सूचीबद्ध हो रहे हैं, जिससे वे देश भर के खरीददारों के लिए सुलभ हो जाते हैं।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इस डिजिटल मंच के जरिए प्रदेशभर के 30,000 स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को आजीविका के उन अवसरों तक सीधी पहुंच मिली है, जो पहले उनकी पहुंच से बाहर थे। वैबसाइट पर हाथ से बुने हिमाचली वस्त्रों से लेकर शुद्ध और प्राकृतिक खाद्य पदार्थों सहित लगभग 30 उत्पादों की विविधतापूर्ण रेंज उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि वह केंद्रीय मंत्रियों और अन्य गण्यमान्यों को हिम ईरा के उत्पाद उपहार में दे रहे हैं।
60,000 रुपए के ऋण के साथ गाय के गोबर से उत्पाद बनाने का काम किया शुरू
सोलन जिले की नालागढ़ निवासी जसविंद्र कौर ने वित्तीय सहायता और पशुधन तथा गैर-कृषि गतिविधियों के लिए 60,000 रुपए के ऋण के साथ गाय के गोबर से उत्पाद बनाने का काम शुरू किया और अब वह प्रति महीना 20,000 रुपए कमा रही हैं। कांगड़ा जिले के सुलह की मेघा देवी ने भी डोना-पत्तल का उद्यम शुरू किया। उनकी मासिक आय 5,000 से बढ़कर 20,000 रुपए हो गई है।
कृषि, पशुपालन, हस्तशिल्प और हथकरघा से जुड़कर प्रति महीना कमा रहीं 25 हजार रुपए
लाहौल-स्पीति जिले के केलांग में रिग्जिन कृषि, पशुपालन, हस्तशिल्प और हथकरघा से जुड़कर 25,000 रुपए महीना कमा रही हैं। हमीरपुर जिले के झमियात गांव की अनीता देवी आई.टी. नौकरी छोड़कर मशरूम की खेती कर 20,000 रुपए महीना कमा रही हैं।