नहीं रहे स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता श्याम शरण नेगी

punjabkesari.in Saturday, Nov 05, 2022 - 09:06 PM (IST)

शिमला: आजाद भारत के प्रथम मतदाता श्याम शरण नेगी का शुक्रवार देर रात करीब 2 बजे उनके कल्पा स्थित निवास स्थान पर निधन हो गया। वह 106 साल के थे। श्याम शरण नेगी पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे। नेगी के पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटकर पोवारी में सतलुज किनारे श्मशानघाट तक ले जाया गया, जहां पर राजकीय सम्मान के साथ उनकी अंत्येष्टि की गई। इस दौरान किन्नौर पुलिस ने उन्हें गार्ड ऑफ  ऑनर दिया। नेगी के अंतिम संस्कार में वड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। श्याम शरण नेगी के पुत्र चंद्र प्रकाश ने मुखाग्नि दी। डी.सी. किन्नौर आबिद हुसैन सादिक, एस.पी. विवेक चाहल व एस.डी.एम. कल्पा डा. मेजर शशांक गुप्ता सहित अन्य अधिकारी उनके निवास स्थान पर पहुंचे और उनके परिजनों को ढांढस बंधाया।

इस दौरान सामान्य चुनाव पर्यवेक्षक तरुण राठी एवं व्यय पर्यवेक्षक मेघा भार्गव भी उपस्थित रहे। उन्होंने भी श्याम शरण नेगी को पुष्पांजलि अर्पित की और दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना की। नेगी ने 2 दिन पहले पोस्टल बैलेट से मतदान किया था। श्याम शरण नेगी ने 2 नवम्बर, 2022 को अपना आखिरी वोट डाला था। हालांकि पहले श्याम शरण नेगी ने 12 नवम्बर को होने वाले चुनावों में बूथ पर ही जाकर मतदान करने को कहा परंतु खराब स्वास्थ्य के चलते श्याम शरण नेगी ने अपने मत का प्रयोग घर पर ही किया था। हालांकि पहले उन्होंने तबीयत खराब होने के बावजूद जिला प्रशासन के 12-डी फार्म भरने की सलाह को ठुकरा दिया था। जिला प्रशासन ने बाकायदा उनके घर में मतदान की व्यवस्था की तथा रैड कार्पेट पर गाजे-बाजे के साथ देश के पहले मतदाता का स्वागत किया था। हालांकि हर बार चुनाव आयोग रैड कार्पेट बिछाकर नेगी का स्वागत मतदान केंद्र पर करता था।


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Kuldeep

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