Himachal: नियमित शिक्षण अनुभव रखने वाले शिक्षकों की लगाई जाए मूल्यांकन ड्यूटी
punjabkesari.in Sunday, May 18, 2025 - 06:44 PM (IST)

शिमला (ब्यूरो): पेपर चैकिंग में 10 से 15 वर्ष का नियमित शिक्षण अनुभव रखने वाले शिक्षकों की ड्यूटी लगाने की मांग राजकीय टीजीटी कला संघ ने सरकार व शिक्षा बोर्ड से की है। संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि इस बार अनेकों मूल्यांकन केंद्रों में उचित तरीके से मूल्यांकन न करने के कारण कुछ विषयों में बच्चों के काफी कम अंक आए हैं। इसके कारणों की छानबीन करते हुए अगले वर्ष केवल 10 से 15 वर्ष का नियमित शिक्षण अनुभव रखने वाले शिक्षकों की ही मूल्यांकन में ड्यूटी लगाई जानी चाहिए। अगर ऐसा इस बार भी होता, तो दसवीं का परिणाम भी बेहतर होता। संघ के प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कौशल, उपाध्यक्ष देशराज कालिया और प्रदेश महासचिव विजय हीर ने कहा कि बोर्ड को अगली परीक्षाओं में मूल्यांकन के लिए ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए।
अंग्रेजी के पेपर की दोबारा जांच करवाई जाए
अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षणिक महासंघ के पूर्व प्रांत महामंत्री डा. मामराज पुंडीर ने मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री, बोर्ड सचिव से मांग की है कि अंग्रेजी के पेपर की दोबारा जांच करवाई जाए, ताकि छात्रों के साथ न्याय हो सके। डा. मामराज पुंडीर ने कुछ छात्रों की मार्कशीट सार्वजनिक करते हुए कहा कि एक बार बोर्ड यह जरूर देख लें, क्योंकि अंग्रेजी का पेपर कैंसिल हो गया था, कहीं पुरानी ओएमआर शीट के माध्यम से चैकिंग तो नहीं हुई। उन्होंने सरकार से रि-चैकिंग और रि-इवैल्यूएशन की फीस को कम करने की मांग भी की है। उनका कहना है कि इसके लिए 1000 रुपए बहुत ज्यादा है, इसे कम किया जाना चाहिए, ताकि छात्र इस हक से वंचित न रह जाएं। 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा में अंग्रेजी पेपर में आए छात्रों के अंकों पर हैरानी जताते हुए उन्होंने कहा कि जिस छात्र ने बोर्ड में टॉप किया है, उसके भी 90 अंक हैं।