Shimla: साइबर अपराधी लोगों को ऐसे फांस रहे अपने जाल में
punjabkesari.in Monday, Nov 18, 2024 - 06:00 PM (IST)
शिमला (राक्टा): यदि आप घर बैठे किसी एप के माध्यम से लोन लेना चाह रहे हैं तो सावधान हो जाएं। ठगी के लिए नए-नए हथकंडे अपनाने वाले शातिर साइबर अपराधी अब फर्जी लोन एप के माध्यम से भी लोगों को अपने जाल में फंसाने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे में साइबर क्राइम पुलिस लगातार इस संबंध में लोगों को विभिन्न माध्यम से जागरूक कर रही है। इसके लिए सोशल मीडिया का भी सहारा लिया जा रहा है। साइबर पुलिस के अनुसार सामने आया है कि ठग नकली वैबसाइटों और सोशल मीडिया प्रोफाइल के माध्यम से लोगों को अपने झांसे में लेकर पैसे ऐंठने का प्रयास करते हैं। कई दफा आरोपी फर्जी लोन एप बनाकर गूगल स्टोर या गूगल पर भी डाल देते हैं और तत्काल लोन देने का ऑफर देते हुए कई तरह के झूठे वायदे करते हैं।
ऐसे में कई बार व्यक्ति तुंरत लोन पाने की चाह में संबंधित लोन देने वाले एप काे इंस्टाल कर देते हैं। डाऊनलोडिंग के समय शातिर एप यूजर से उसकी गैलरी, कांटैक्ट्स व लोकेशन आदि के एक्सैस की अनुमति मांगते हैं, जो अक्सर यूजर दे देते हैं। इसके साथ ही शातिर ठग एप के माध्यम से एप यूजर के फोन में बिना उसकी जानकारी के ही थर्ड पार्टी एप या मालवेयर तक इंस्टाल कर देते हैं और इसके माध्यम से यूजर की निजी जानकारियां चुरा लेते हैं। इसके बाद कई दफा निजी जानकारियों का इस्तेमाल ब्लैकमेल करने के लिए भी किया जाता है। ऐसे में साइबर पुलिस ने फर्जी लोन एप से सभी को सचेत रहने को कहा है।
पहले ऑफिशियल वैबसाइट का करें रिव्यू
साइबर पुलिस के अनुसार किसी भी लोन देने वाले एप का इस्तेमाल करने से पहले संबंधित एप की ऑफिशियल वैबसाइट को रिव्यू करना जरूरी है। साथ ही एप के लैंडिंग पार्टनर के रूप में बैंक और नॉन बैंकिंग फाइनांशियल कंपनी की ठीक से जांच की जानी चाहिए। इसी तरह यदि लोन लेने वाले एप को फोन में डाऊनलोड कर रहे हैं तो किसी भी थर्ड पार्टी लिंक या सोर्स का इस्तेमाल न करें।
फेक लिंक पर न करें क्लिक
साइबर पुलिस के अनुसार सामने आया है कि शातिर अपराधी तरह-तरह के फेक लिंक भी लोगों को भेज रहे हैं। संबंधित लिंक पर क्लिक करते ही लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं। ऐसे में यदि अनजान नंबर से कोई लिंक आए तो उसे बिना जांच परख डाऊनलोड करने से बचें।