Cloud Burst: शिमला के सुन्नी में मिला एक और शव, 88 घंटे बाद भी 51 लोग लापता
punjabkesari.in Sunday, Aug 04, 2024 - 11:27 PM (IST)
शिमला (संतोष): हिमाचल के 3 जिलों शिमला, कुल्लू व मंडी में बादल फटने की घटनाओं में 88 घंटों के बाद भी 51 लोगों की तलाश में जहां रैस्क्यू टीमें जुटी हुई हैं, वहीं अपनों की तलाश में परिजनों की आंखें पथरा गई हैं। जिला शिमला के सुन्नी क्षेत्र में एक महिला का शव अवश्य बरामद हुआ है, लेकिन यह शव रामपुर के समेज खड्ड की घटना का है या फिर अन्य है, इसके लिए जांच की जा रही है। अभी तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें बादल फटने की घटनाओं में 5, बाढ़ आने की घटना में 2 और भूस्खलन के कारण 1 मौत शामिल है। बादल फटने की घटनाओं में मंडी जिला में 5 और कुल्लू जिला में 1, बाढ़ आने की घटना में लाहौल-स्पीति में 1 व सिरमौर जिला में 1, जबकि भूस्खलन के कारण सोलन जिला में 1 व्यक्ति की मौत हुई है। 51 लोग अभी भी लापता हैं, जिसमें जिला शिमला में सबसे अधिक 34, कुल्लू में 11, मंडी में 5 और लाहौल-स्पीति में 1 व्यक्ति शुमार है। जिला कुल्लू में एक एन.एच.-305 बंद है, जबकि 87 मार्ग अवरूद्ध हैं, जिन्हें खोलने के लिए मशीनरी व लेबर जुटी हुई है।
10 अगस्त तक यैलो अलर्ट, रविवार को हमीरपुर में खूब बरसे मेघ
मौसम विभाग के अनुसार राज्य में 10 अगस्त तक हल्की से मध्यम वर्षा होने का यैलो अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान अनेक स्थानों पर वर्षा होने के आसार जताए गए हैं। रविवार को हमीरपुर में सबसे अधिक वर्षा हुई। यहां पर 51 मिलीमीटर वर्षा रिकाॅर्ड की गई है। सुंदरनगर में 8, धर्मशाला में 5, नारकंडा में 1, सेओबाग में 0.5, धौलाकुंआ में 2, ताबो में 1, नेरी में 11, बजौरा में 1 मिलीमीटर वर्षा हुई है, जबकि पिछले 24 घंटों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा हुई है। इसमें अघार में 37.8, बरठी एग्रो में 19, बरठी में 15.8, धर्मशाला में 14.2, धर्मशाला ए.डब्ल्यू.एस. में 12.5, कांगड़ा एयरो में 9.7, कुकुमसेरी में 9.6, मनाली में 6, चंबा में 6, बिलासपुर सदर में 5.4, बजौरा में 4, शिलारू में 3.4, डल्हौजी में 3, खदराला में 3, बंजार में 3, हमीरपुर में 3, नाहन में 2, नैनादेवी में 2, गुलेर में 1.8, बिलासपुर एडब्ल्यूएस में 1.5, पालमपुर में 1.4, नगरोटा सूरियां में 1.2, नारकंडा में 1 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।
मार्गों को खोलने का चला युद्धस्तर पर काम, स्वयं कर रहे मॉनिटरिंग: विक्रमादित्य
लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि पूरे प्रदेश में मार्गों की मॉनिटरिंग की जा रही है और प्रदेश के साथ-साथ खासतौर पर प्रभावित इलाकों में मार्गों को खोलने का कार्य जोरों पर चला हुआ है। इसके लिए वह स्वयं इसकी निगरानी कर रहे हैं। मशीनरी व लेबर लगा दी गई है और बादल फटने वाले प्रभावित क्षेत्रों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आर्मी, पुलिस व होमगार्ड के जवान जुटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के चारों लोकसभा सांसदों को भी इस मामले को केंद्र तक उठाना चाहिए और राजनीति से ऊपर उठकर हिमाचल की धरातल की परिस्थितियों को अवगत करवाएं और हिमाचल को सबसे अधिक सहयोग मिले, क्योंकि लगातार दूसरे वर्ष प्राकृतिक आपदा ने बहुत नुक्सान पहुंचाया है।